पोस्ट नेविगेशन मत भूल.! किसी मुफलिस औरत के नकली हार में जड़ा असली कोहिनूर है तू….जोहरी तुझे ना पहचानने यह कमबख्त… उस जोहरी का कुसूर है… पसीने की स्याही से जो लिखते हैं अपने इरादे को…उनके मुकद्दर के पन्ने कभी कोरे नहीं रहते…..