अदरक के फायदे वो भी इतने सारे, जितने अदरक के फायदे हम सोचते है, उससे भी बहुत जायदा फायदे है, कई बीमारियों का रामबाण इलाज?

अदरक के फायदे से पहले चलिए थोड़ा इसके बारे में जानते है, जो सायद आपको भी न पता हो?
भारत को मसालों का देश माना जाता है, विदेशों में हर जगह में भारत के मसालों की तारीफ होती है, लेकिन यदि भारत को मसालों का देश कहने की अपेक्षा, औषधियों का देश कहा जाए तो ज्यादा सटीक है, क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार, संपूर्ण भारत की रसोई में मसालों का इस्तेमाल नहीं होता अपितु स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए भोजन में औषधियों का प्रयोग किया जाता है, भोजन के बनाने में जिन औषधियों का प्रयोग किया जाता है,
उनका उपयोग मात्र से ही, बहुत सी बीमारियां भारत में रहने वाले लोगों के शरीर में लगती ही नहीं है, यह कम असर करती हैं, जबकि विदेशों में ऐसा नहीं है, यदि आयुर्वेद के आधार पर भारत का स्वास्थ्य दर्शन हो, तो भारतीय जीवन का स्वास्थ्य उत्तम ही नहीं सर्वोत्तम होगा, खाने एवं दूसरे व्यंजनों में प्रयोग किए जाने वाले अदरक भी एक विशेष प्रकार की औषधि है, जो भूख बढ़ाने के लिए, खाने को पचाने के लिए, खाने के कारण होने वाली एसिडिटी को रोकने के लिए,
फूड पूजन के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए, पेट को साफ करने के लिए, लीवर को मजबूत बनाने के लिए, किडनी की सफाई करने के लिए, सर्दी को दूर करने के लिए, लू का असर कम करने के लिए, जुकाम, बुखार, सर दर्द, माइग्रेन, आँखों क्य ज्योति बढ़ाने के लिए, आंखों का मोतिया दूर करने के लिए, खाने के दौरान मुंह में बनने वाली लार की वृद्धि के लिए, अदरक एक महत्वपूर्ण औषधि है, शरीर में होने वाले अनेक रोगों में अदरक का प्रयोग करके हम उन लोगों को निष्क्रिय कर सकते हैं,
भारतवर्ष में हर सीजन में भोजन के साथ पकाकर खाई जाने वाली अदरक एक महत्वपूर्ण औषधि है,लोकप्रिय व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने के लिए प्रमुख सामग्री के रूप में अदरक का इस्तेमाल किया जाता है। अदरक से शरीर को एनर्जी और जोश मिलता है और इसीलिए अदरक का इस्तेमाल न सिर्फ खाने बल्कि और भी कई चीजों में किया जाता है। सामान्यतः सर्दी के मौसम में इसका सर्वाधिक प्रयोग किया जाता है, आइए आज बात करते हैं अदरक के फायदे जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण एवं स्वास्थ वर्धक हैं,
अदरक के फायदे से पहले, अदरक का परिचय एवं पहचान?

अदरक एक वनस्पति है, जो जमीन के अंदर पौधे की जड़ों की गांठ के रूप में पाया जाता है, बारिक तथा लंबी इसकी बहुत सुंदर एवं खुशबूदार पत्तियां होती है, इसकी पत्तियों का प्रयोग भी चाय एवं दूध के साथ उबालकर पीने में किया जाता है जो फायदेमंद भी होती है और स्वास्थ्यवर्धक होने के साथ-साथ में बहुत ही स्वादिष्ट भी लगती हैं, अदरक के कुल में लगभग 450 और 1150 जातियां पाई जाती हैं,
इसका पौधा अधिकतर उष्णकटिबंधीय एवं 11शीतोष्ण कटिबंध भागों में पाया जाता है। अदरक को अंग्रेज़ी में जिंजर, संस्कृत में आद्रक, हिंदी में अदरख, मराठी में आंदा के नाम से जाना जाता है। जब तक अदरक गीला होता है इसको अदरक ही कहा जाता है लेकिन इसको सुखाने के बाद में इसको सोंठ बोला जाता है, अदरक जब तक गिला रहता है तब तक इसके गुण अलग होते हैं, सूखने के बाद में यह अलग तरह से गुण करता है,
यह भारत में बंगाल, बिहार, चेन्नई, कोचीन, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में अधिक उत्पन्न होती है। अदरक का कोई बीज नहीं होता, इसके कंद के ही छोटे-छोटे टुकड़े ज़मीन में गाड़ दिए जाते हैं। यह एक पौधे की जड़ है। यह भारत में एक मसाले के रूप में प्रमुख है। अदरक का पौधा चीन, जापान, मसकराइन और प्रशांत महासागर के द्वीपों में भी बहुतायत में मिलता है। भारतीय परिवेश में अदरक के बिना व्यंजनों में स्वाद के मायने बदल जाते हैं, भारतीय रसोई के लिए अदरक बहुत ही बेहतरीन प्राकृतिक उपहार है, जो भोजन को स्वादिष्ट बनाने के साथ-साथ स्वास्थ का भी बहुत मित्र होता है
अदरक के फायदे से पहले अदरक के औषधीय गुण?
अदरक के प्रति लोगों की धारणा है कि यह एक मसाला है जो हम अपने व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने के लिए प्रयोग करते हैं लेकिन ऐसा नहीं है, आयुर्वेद के अनुसार अदरक एक औषधि है जिसको हम व्यंजनों में उपयोग करते हैं स्वस्थ रहने के लिए और अपने पाचन क्रिया को सुदृढ़ बनाने के लिए, यही कारण है, कि अदरक को हम हर रोज सब्जी में भी यूज़ करते हैं, और विभिन्न व्यंजनों में भी यूज करते हैं,
चाय और दूध के साथ भी अदरक का प्रयोग किया जाता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए अदरक विशेष गुणकारी होता है, लीवर का रक्षक, किडनी और फेफड़ों का मित्र अदरक को ही माना गया है, हमारे शरीर में होने वाली 100 से अधिक बीमारियों पर अदरक का प्रयोग करके उन्हें समाप्त कर स्वास्थ्य की रक्षा की जा सकती है
अदरक के फायदे?

*कोरोनावायरस का प्रभाव कम करने के लिए अदरक के फायदे:-
100 ग्राम अदरक, 100 ग्राम कच्ची हल्दी, 100 ग्राम गुड तीनों को एक साथ कूटकर 2 लीटर पानी में तब तक उबालें जब तक कि पानी आधा न रह जाए, प्राप्त 1 लीटर काहे को किसी कांच के बर्तन में भरकर रख लीजिए, सुबह शाम आधा आधा कप इस काढ़े का सेवन करने से मात्र 1 सप्ताह में कोरोनावायरस से संक्रमित व्यक्ति बिल्कुल ठीक हो जाता है, अदरक हल्दी और गुड़ के इस काढ़े से भारतवर्ष में कोरोनावायरस से लड़ने मैं बहुत सहायता मिली है।
*खांसी में अदरक के फायदे:-
यदि किसी को खांसी है और वह खांसी ठीक नहीं हो रही है तो उन व्यक्तियों को चाहिए,कि वह खांसी को पूरी तरह ठीक करने के लिए अदरक का प्रयोग जरूर करें, 100 ग्राम अदरक, 100 ग्राम तुलसी के हरे पत्ते, एवं 100 ग्राम गुड, तीनों को एक साथ कूटकर, बहुत धीमी आंच पर लोहे के बर्तन में पका लीजिए( मुरब्बा बना लीजिए), सुबह दोपहर शाम एक-एक चम्मच सेवन करने से मात्र दो ही दिन में, हर प्रकार के खांसी पूर्ण रूप से ठीक हो जाती है,
*गले की खराश में अदरक के फायदे:-
यदि किसी व्यक्ति की गले में खराश है तो उसे चाहिए कि वह सूखे अदरक के पाउडर को गर्म तवे पर डालकर,रात को सोने से पहले गर्म पानी से कुल्ला करने के पश्चात, सूखे अदरक के दोहे का सेवन करें, सुबह तक गले की खराश पूरी तरह ठीक हो जाती है। एक बात का विशेष ध्यान रखें कि दोहे का सेवन करने के बाद ना कुछ खाना है नहीं कुछ पीना है, बस आराम करें लेट कर सो जाएं ।
*गठिया बाय में अदरक के फायदे:-
यदि किसी महिला या पुरुष को गठिया बाई की समस्या है तो उसे चाहिए कि वह अदरक का सेवन करें, अदरक का सेवन करने से गठिया बाय का दर्द पूरी तरह ठीक हो जाता है, 10 ग्राम अदरक 10 ग्राम गुड़ और सेंधा नमक स्वादानुसार मिलाकर हर रोज सुबह शाम दूध के साथ लेने से गठिया बाय में काफी राहत मिलती है। हाथों और पैरों के जोड़ों में होने वाले दर्द के लिए, अदरक का यह मिश्रण बहुत ही लाभदायक होता है।
*माइग्रेन में अदरक के फायदे:-
माइग्रेन की समस्या को दूर करने के लिए अदरक एक बहुत ही लाभकारी औषधि सिद्ध होती है, यदि किसी व्यक्ति को माइग्रेन की समस्या है तो उसे चाहिए कि वह गाय के 100 ग्राम घी में 10 ग्राम अदरक को कूटकर धीमी आंच पर कुछ देर तक पकाएं, इसके बाद इस भी को छानकर एक शीशी में भरकर रख लीजिए, रात को सोते समय रोजाना एक एक बूंद नाक के दोनों शुरू में डालकर सोने से मात्र 30 दिन में माइग्रेन का दर्द ठीक हो जाता है, लेकिन यदि आप माइग्रेन का पूरी तरह से ठीक करना चाहते हैं तो यह प्रयोग आपको कम से कम 6 महीने तक लगातार करना होगा ।
*मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द में अदरक के फायदे:-
जिन महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान दर्द होता है उन महिलाओं को चाहिए कि वह एक चम्मच सूखे अदरक के पाउडर में एक चम्मच शहद मिलाकर उस वक्त सेवन करें जब मासिक धर्म शुरू होने की संभावनाएं प्रबल हो, अदरक पाउडर और शहद का मिश्रण मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द में बहुत फायदेमंद होता है, तथा यह मासिक धर्म के बाद होने वाली कमजोरी को भी दूर करता है एवं अवसरवादी संक्रमण से भी आपको सुरक्षित रखने में आपकी सहायता करता है।
*अस्थमा संबंधी रोगों में अदरक के फायदे:-
अस्थमा से पीड़ित व्यक्तियों को चाहिए कि वह 5 ग्राम अदरक को कूटकर उसमें एक चम्मच शहद मिलाकर जीभ से चाट कर खाने के पश्चात गर्म पानी का सेवन करें, इस प्रयोग से आप देखेंगे कि श्वास संबंधी परेशानी अदरक के इस्तेमाल से धीरे-धीरे कम होती चली जाएगी । अदरक की प्रकृति गर्म होती हैअदरक अपने शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट, सूजन रोधी (एंटी-इंफ्लामेटरी) और दर्दनिवारक तत्वों के कारण असरकारी होती है।
इसके गुण नॉन स्टेरायडल एंटी इंफ्लामेटरी दवाओं के समान होते हैं, मगर इसके नकारात्मक दुष्प्रभाव नहीं होते। जबकि दमा की बीमारी के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के चिंताजनक दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। इसलिए अदरक जैसे वैकल्पिक, सुरक्षित उपचार का मिलना इस रोग के उपचार में एक आशाजनक खोज है। यह फेफड़ों को साफ करता है जिसके कारण सांस लेने में आ रही परेशानियां कम हो जाती हैं।
*सर्दी में अदरक के फायदे:-
सर्दी के से बचने के लिए अदरक के फायदे उठाने चाहिए, सर्दी के मौसम में आप अदरक का इस्तेमाल किसी भी रूप में करें, यह सर्दी को दूर करता है, विशेष रूप से चाय में अदरक का प्रयोग सर्दी को दूर भगाने के लिए एवं सर्दी से बचने के लिए किया जाता है, सर्दी एवं सर्दी से होने वाली परेशानियों से बचने के लिए सर्दी के इस मौसम में, हर बार चाय में अदरक का प्रयोग जरूर करें, अदरक के फायदे सर्दी को दूर करने में बहुत ही लाभकारी सिद्ध होते हैं।
*जुकाम के लिए रामबाण है अदरक के फायदे:-
यदि किसी व्यक्ति को जुकाम हुआ है चाहे वह सर्दी गर्मी बरसात किसी भी मौसम का जुखाम क्यों ना हो, अदरक के इस्तेमाल से वह बहुत ही जल्द पूर्ण रूप से ठीक हो जाएगा। सुबह शाम दूध में अदरक को कूटकर मिलाकर उबालकर पीने से, केवल 2 दिन के सेवन मात्र से जुकाम बिल्कुल ठीक हो जाता है, रात को सोते समय अदरक के साथ उबाल आ गया दूध जुकाम को बहुत कम समय में ठीक कर देता है।
*रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए अदरक के फायदे:-
अदरक का एक विशेष गुण होता है कि है कि यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, एवं आकस्मिक लगने वाले संक्रमण से शरीर की रक्षा करता है, जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कमजोर है उन लोगों को चाहिए कि वह दिन में कम से कम 3 बार अदरक का प्रयोग करें, मात्र 3 महीना प्रयोग करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमाल की वृद्धि देखने को मिलती है।
*रक्त शुद्धीकरण के लिए अदरक के फायदे:-
रक्त को शुद्ध करने के लिए अदरक की पत्तियों का इस्तेमाल करना बहुत ही लाभदायक सिद्ध होता है, जिन लोगों के रक्त में अशुद्धियां आ गई हैं, उन लोगों को चाहिए कि वह सुबह के समय अदरक की पत्तियों को पानी में उबालकर रोजाना सुबह के समय पिये लगातार दो महीने तक पीने से रक्त को पूरी तरह शुद्ध कर देता है।
*कैंसर की रोकथाम में अदरक के फायदे:-
अदरक में कैंसर रोधी गुण पाए जाते हैं, कैंसर के मरीजों को चाहिए कि वह नियमित रूप से अदरक का सेवन करते रहें,वयस्क कैंसर रोगियों पर किए गए एक हालिया अध्ययन में पाया गया कि रोजाना कीमो से पहले आधा से एक ग्राम अदरक की डोज दिए जाने पर अध्ययन में हिस्सा लेने वाले 91 फीसदी मरीजों में तेज मितली की गंभीरता काफी हद तक कम हुई। अदरक चक्कर आने के साथ आने वाली मितली को भी कम करने में मदद करती है। इस संबंध में हुए शोध से पता चलता है कि इस मसाले के उपचारात्मक रसायन, मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र में काम करते हुए उबकाई के असर को कम करता हैं।
*लिवर रोगों में अदरक के फायदे:-
कम मात्रा में अदरक का नियमित सेवन लीवर को ताकतवर बनाता है, लिवर ताकतवर होने के कारण शरीर की पाचन क्रिया बढ़ती है, और पेट की होने वाली कई बीमारियां नष्ट होती हैं, अदरक एक ऐसी औषधि है दो वात पित्त और कफ तीनों को संतुलित करने में बहुत लाभप्रद है। गुड़ के साथ मिलाकर अदरक के फायदे कई गुना बढ़ जाते हैं।
*हृदय संबंधित विकार में अदरक के फायदे:-
जिन व्यक्तियों को हृदय संबंधित रोग हैं उन व्यक्तियों को चाहिए कि वह सुबह के समय खाली पेट दो गिलास पानी में अदरक उबाल कर रोजाना पीने, अदरक के साथ उबाले गए पानी को पीने से, कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है जिसके कारण हृदय संबंधित रोगों को खत्म किया जा सकता है,कोलेस्ट्रॉल को कम करने, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने, रक्त प्रवाह में सुधार लाने और अवरुद्ध आर्टरियों तथा रक्त के थक्कों से बचाव करने का काम करते हैं। ये सारी चीजें हृदयाघात (हार्ट अटैक) और स्ट्रोक के जोखिम को कम करती हैं। शहद के साथ भी अदरक का सेवन करने से दिल में होने वाली बीमारियां नष्ट होती हैं ।
*किडनी के लिए अदरक के फायदे:-
किडनी के रोगियों को चाहिए कि वह अदरक और गुड़ को एक साथ कूटकर चबाकर प्रतिदिन सुबह के समय खाली पेट खाएं, यह प्रयोग सीधा आपके किडनी के ऊपर सकारात्मक प्रभाव डालता है, किडनी को मजबूती देता है, एवं मूत्र संबंधी सभी विकारों को दूर भी करता है । अदरक और अदरक के फायदे किडनी के लिए बहुत ही उपयोगी एवं लाभदायक होते हैं।
*शुगर की बीमारी में अदरक के फायदे:-
शुगर के विभिन्न मामलों में अनेकों अध्ययनों में अदरक को इसके बचाव और उपचार दोनों में गुणकारी पाया गया है।ऑस्ट्रेलिया में सिडनी यूनिवर्सिटी के द्वारा किए गए एक शोध में अदरक को टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए असरदार पाया गया। अदरक के तत्व इंसुलिन के प्रयोग के बिना ग्लूकोज को स्नायु कोशिकाओं तक पहुंचाने की प्रक्रिया बढ़ा सकते हैं। इस तरह इससे हाई सुगर लेवल को काबू में करने में मदद मिल सकती है।अध्ययनों में पाया गया है कि अदरक मधुमेह से होने वाली जटिलताओं से बचाव करती है। अदरक के फायदे मधुमेह पीड़ित के लिवर, किडनी और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को सुरक्षित कर सकते है। साथ ही वह इस बीमारी के एक आम दुष्प्रभाव मोतियाबिंद का खतरा भी कम करती है।
*आंखों के लिए अदरक के फायदे:-
एक कॉपर (ताम्बा) की बारीक छड़ को कुछ देर अदरक में चुभा कर अब इस छड़ को आंखों में सुरमे की तरह लगाएं, इस प्रयोग से कुछ ही दिनों में कम होती आंखों की रोशनी बढ़ने लग जाती हैं । यह प्रयोग आंखों में होने वाले मोतियाबिंद को भी नष्ट करता है।
अदरक के विषय में कुछ ध्यान देने योग्य बातें?
सूखी अदरक बहुत ही लाभदायक वनस्पति है लेकिन इसका सही तरह से इस्तेमाल न किया जाना भी कई बार परेशानी का सबब बन सकता है, इसलिए आवश्यक यह है कि अदरक का इस्तेमाल सही एवं सीमित ही करना चाहिए, आइए जानते हैं
*कुछ अदरक के बारे में विशेष बातें।
1- एक बात हमेशा ध्यान रखें कि दो साल से कम उम्र के बच्चों को अदरक नहीं दी जानी चाहिए, क्योंकि अदरक की प्रकृति बहुत ही गर्म होती है यह 2 साल से कम उम्र के बच्चे के लिए प्रतिकूल असर कर सकती है।
2- इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि आम तौर पर, वयस्कों को एक दिन में 5 ग्राम से ज्यादा अदरक नहीं लेनी चाहिए, क्योंकि अधिक मात्रा में लिया गया अदरक बवासीर की बीमारी भी दे सकता है । इसलिए सावधान रहें कि 5 ग्राम अदरक का इस्तेमाल काफी है इसमें खाना पकाने में इस्तेमाल किया जाने वाला अदरक शामिल है।
3- गर्भवती स्त्रियों को 1 ग्राम रोजाना से अधिक नहीं लेना चाहिए, गर्भवती स्त्री चाय की अपेक्षा यदि दूध के साथ अदरक का इस्तेमाल करें तो ज्यादा बेहतर होता है ।
4- आप अदरक की चाय बनाने के लिए सूखे अदरक की अपेक्षा ताजे अदरक की जड़ का ही इस्तेमाल करे, चाय के साथ वाले गए अदरक का इस्तेमाल खाना बनाने में किया जा सकता है।
5- सूजन को कम करने के लिए आप रोजाना प्रभावित क्षेत्र पर दिन में कई बार अदरक के तेल से मालिश कर सकते हैं, लेकिन याद रहे कि अदरक के तेल से मालिश करने के बाद आपको धूप में नहीं बैठना है ।
6- वैसे तो अदरक के फायदे दिल संबंधित बीमारियों के लिए बहुत हैं लेकिन अदरक खून पतला करने वाली दवाओं सहित बाकी दवाओं के साथ नकारात्मक प्रभाव कर सकती है, क्योंकि अदरक भी खून को पतला करती है।