Dark Circles का इलाज, हिंदी में, करें अपने डार्क सर्कल्स ठीक अपने घर पर ही, बिन किसी डॉक्टर की दवाई के, अब खुद बने अपने डॉक्टर,

Dark Circles का इलाज जानने के साथ जाने, यह क्यों होता है, कैसे होता है?
Dark Circles का इलाज जानने के साथ चलिए इसके बारे में भी जान लेते है, आंखों के चारों और काले घेरे आपकी सुंदरता को बिगाड़ देते हैं, आपके सुंदर चेहरे और खूबसूरत आंखों को ग्रहण सा लग जाता है जब आंखों के चारों और काले घेरे आ जाते हैं, लड़का हो या लड़की, औरत हो या मर्द सुंदर और स्वस्थ देखना सब की चाहत होती है हर कोई चाहता है कि मैं सबसे अलग दिखु सबसे सुंदर दिखाई दू और इसके लिए सभी भरसक प्रयास भी करते हैं,
लेकिन हमारे सभी प्रयासों को धक्का तब लगता है जब चाह कर भी हम अपने चेहरे से आंखों के चारों तरफ बने काले घेरों अर्थात डार्क सर्कल को दूर नहीं कर पाते, मेकअप भी इन डार्क सर्कल्स को छुपा नहीं पाता है, डार्क सर्कल किसी की भी पर्सनैलिटी को धूमिल कर देते हैं, इन सर्कल्स को आयुर्वेदिक दवाइयां द्वारा, योग और प्राणायाम द्वारा, बिल्कुल ठीक किया जा सकता, आइए जानते हैं डार्क सर्कल के लक्षण कारण और इनके उपचारों के विषय में/
डार्क सर्कल/ आंखों के चारों ओर काले घेरे होने के लक्षण
* आंखों के चारों ओर डार्क सर्कल पढ़ने के ज्यादा लक्षण नहीं होते, यह चेहरे पर आंखों के चारों ओर स्पष्ट दिखाई देते हैं।
* डार्क सर्कल आने के शुरुआती लक्षण जब आंखों के चारों तरफ त्वचा का रंग गुलाबी होकर लाल पढ़ने लगे तो समझ जाइए कि हमारी आंखों के चारों तरफ डार्क सर्कल शुरू हो चुके हैं।
* आंखों में जब निरंतर जलन एवं खुजली रहने लगे तो समझ जाइए कि यह इस रोग की शुरुआत है।
* नींद का कम आना भी इसका एक लक्षण प्रकट करता है।
* नजर का कमजोर हो जाना भी आंखों के चारों और काले घेरे बन जाने का लक्षण प्रकट करता है।
* आंखों के काले घेरे को हल्के में लेना कभी कभी बहुत बड़ी समस्या पैदा कर देता है क्योंकि किडनी खराब होने के कारण भी आंखों के चारों और काले घेरे हो जाते हैं अर्थात किडनी फेल्योर का एक लक्षण आंखों के चारों और काले घेरे हो जाना भी होता है।
डार्क सर्कल होने के कारण
* मानसिक तनाव :-
मानसिक तनाव के कारण आंखों में अनिद्रा और जलन रहने लगती है जिनकी वजह से आंखों में डार्क सर्कल होने लगते हैं।
* बढ़ती उम्र :-
उम्र का असर हमारी आंखों पर सबसे पहले दिखाई देता है झुर्रियों के रूप में, झाइयों के रूप में तो कभी डार्क सर्कल के रूप में।
* मोबाइल को अत्यधिक प्रयोग :-
कंप्यूटर या मोबाइल अत्याधिक प्रयोग भी आंखों के चारों ओर डार्क सर्कल बना देता है।
* पारिवारिक इतिहास :-
कुछ लोगों में इस रोग का मुख्य कारण अनुवांशिकता या पारिवारिक इतिहास भी होता है।
* अनिद्रा :-
अनिद्रा या पर्याप्त मात्रा में आराम न करना या नींद न लेना इसकी एक बहुत बड़ी वजह है।
* पोस्टिक आहार :-
हमारे भोजन में पौष्टिक आहार एवं सही खानपान की कमी।
*आयरन की कमी :-
शरीर में आयरन की कमी भी इस समस्या के लिए काफी हद तक जिम्मेदार होती है।
* एलर्जी :-
आंखों की या स्किन की एलर्जी के कारण अक्सर यह रोग हो जाया करता है।
* नशीले पदार्थ :-
शराब, स्मोक अन्य नशीले पदार्थों का बहुत अधिक मात्रा में सेवन के दुष्परिणामों के कारण भी यह समस्या उत्पन्न होती है।
* हारमोंस का असंतुलित हो जाना :-
जिन व्यक्तियों के हारमोंस में असंतुलन बन जाता है अक्सर उन व्यक्तियों को इस समस्या का सामना करना पड़ता है।
* गर्भावस्था :-
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में अक्सर डार्क सर्कल की समस्या देखने को मिलती है क्योंकि गर्भधारण करने की वजह से शरीर में आयरन और कैल्शियम की कमी हो जाना इस समस्या का मुख्य कारण है।
डार्क सर्कल/ आंखों के काले घेरे का आयुर्वेदिक एवं घरेलू उपचार

* दही या छाछ :-
दही या छाछ में रुई के टुकड़े को भिगोकर रात को सोते समय दोनों आंखों पर रखकर सोने से बहुत अच्छी नींद आती है जिसके कारण कुछ ही दिनों में आंखों के चारों तरफ हुए काले गहरे खत्म हो जाते हैं।
* गाय का दूध :-
गाय का ताजा कच्चा दूध मे रुई भिगोकर आंखों पर रखकर लेट जाएं नियमित रूप से यह प्रयोग करने पर डार्क सर्कल खत्म हो जाते हैं।
* भांग और शहद का पेस्ट :-
भांग के ताजा 4 हरे पत्ते का आधा चम्मच शहद में पेस्ट बनाकर रात को सोते समय आंखों पर लगाने से आंखों के काले घेरे आंखों की झाइयां और झुर्रियां जड़ से खत्म हो जाती है।
* बादाम का तेल और हल्दी पेस्ट :-
बादाम के तेल में कच्ची हल्दी को घिसकर पेस्ट बना ले तथा रात को सोते समय इस पेस्ट को डार्क सर्कल के ऊपर लगा कर सो जाएं कुछ ही दिनों में काला रंग खत्म होकर स्क्रीन से मैच कर जाएगा।
* नींबू और टमाटर :-
दो चम्मच टमाटर के रस में चार बूंद नींबू रस की मिलाकर आंखों के काले घरों पर लगाने से यह बिल्कुल ठीक हो जाते हैं।
डार्क सर्कल से बचने के उपाय
* पर्याप्त मात्रा में नींद लेना हमें इस परेशानी से बचा सकता है।
* आवश्यकता से अधिक थकान भी इस रोग की जड़ है अर्थात थकान के समय हमें पर्याप्त मात्रा में विश्राम करना चाहिए।
* कंप्यूटर, मोबाइल और टीवी का जितना हो सके कम प्रयोग करें ताकि हम आंखों से संबंधित बीमारियों से अपनी आंखों की रक्षा कर सकें।
* पोस्टिक तथा संतुलित आहार करें।
* हमारे भोजन में विटामिंस की अधिकता होनी चाहिए।
* शराब एवं अन्य नशीले पदार्थों के सेवन से बचें।
* रात में अधिक देर तक न जागे।
* नियमित रूप से व्यायाम जरूर करें।
* अपनी अनियमित दिनचर्या में सुधार करना बहुत आवश्यक है।
* रात को सोते समय मुंह जरूर धोकर सोना चाहिए।
* भरपूर मात्रा में पानी की नदी आवश्यक है।
* तनाव से बचें।
*खुशनुमा माहौल स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम औषधि है।