बाल गिरने का उपाय, वो भी घरेलु, आयुर्वेदिक और रामबाण इलाज, कही जाने की जरुरत नहीं, घर पर ही करें इलाज?

बाल गिरने का उपाय, वो भी बिना किसी विशेषज्ञ की सहायता के?

बाल गिरने का उपाय, के साथ जाने यह होता क्यों है

बाल गिरने का उपाय, सर के बालों का झड़ना आज एक विकट  समस्या बन चुकी है, सर के बाल झड़ने के कई कारण हैं, कुछ लोगों में आनुवंशिकता के आधार पर सर के बाल झड़ते हैं, कुछ लोगों में एलर्जी हो जाने के कारण सर के बाल झड़ते हैं, कुछ लोगों में एलोपेसिया के संक्रमण के कारण बाल झड़ जाते हैं, बाइक पर चलते समय हेलमेट लगाने से भी सर के बाल टूटते हैं जिसके कारण सर में गंजापन हो जाता है।  कारण कोई भी हो मुख्य समस्या सर का गंजापन ही है, जिस व्यक्ति के सर के बाल टूटते हैं वह महिला हो या पुरुष सर में  गंजापन आने के बाद बहुत ग्लानि होती है। गंजापन की स्थिति में सिर के बाल बहुत कम रह जाते हैं।

गंजापन की मात्रा कम या अधिक हो सकती है। गंजापन को एलोपेशिया भी कहते हैं। जब असामान्य रूप से बाल झड़ने लगते हैं और नये बाल उतनी तेजी से नहीं उग पाते या फिर वे पहले के बाल से अधिक पतले या कमजोर उगते हैं। इसके चलते बालों का कम होना या कम घना होना शुरू हो जाता है और ऐसी हालत में सचेत हो जाना चाहिए क्योंकि यह स्थिति गंजेपन की ओर ले जाती है।गंजापन तीन प्रकार का होता है-एंड्रोजेनिक एलेपिसिया- यह महिलाओं से ज्यादा पुरुषों को होता है। इसलिए इसे पुरुषों का गंजापन भी कहा जाता है। यह स्थायी किस्म का गंजापन है और एक खास ढंग से खोपड़ी पर उभरता है। यह कनपटी और सिर के ऊपरी हिस्से से शुरु होकर पीछे की ओर बढ़ता है। यह जवानी के बाद किसी भी उम्र में शुरु हो सकता है,

और व्यक्ति को आंशिक रूप से या पूरी तरह गंजा कर सकता है।एलोपेसिया एरीटा- इसमें सिर के अलग-अलग हिस्सों में जहां-तहां के बाल गिर जाते हैं। जिससे सिर पर गंजेपन का पैच-सा दिखता है। इसकी वजह अब तक अनजान है पर माना जाता है कि यह शरीर की रोगप्रतिरोधी शक्ति कम होने के कारण होता है।ट्रैक्शन एलोपेसिया- यह लंबे समय तक एक ही ढंग से बाल के खिंचे रहने के कारण होता है। जैसे, कोई खास तरह से हेयरस्टाईल या चोटी रखना। लेकिन हेयरस्टाईल बदल देने पर बाल के खिंचाव को खत्म कर देने के बाद इसमें बालों का झड़ना रुक जाता है।

गंजापन का मूल लक्षण तो बालों का तेजी से झड़ना होता है, इसके अलावा जो लक्षण शामिल होते हैं, वह हैं-

1 दिन में 100 से ज्यादा बाल टूटना गंजापन शुरुआत होने का लक्षण है,कंघी करते हैं और बालों का गुच्छा आपके हाथों में होता है।बाल आपके कपड़ों के साथ भी चिपके होते हैं।बालों में हाथ डालते हैं तो आपके बाल हाथ में आ जाते हैं।

कारण :- 
हमारा स्वास्थ्य वात, पित्त और कफ पर निर्भर करता है। गंजेपन की समस्या आमतौर पर त्रिदोष है परन्तु इसमें पित्त दोष की प्रधानता होती है। इसके अलावा और भी आम कारण होते हैं, जिनके कारण बाल झड़कर गंजापन दोष उत्पन्न हो जाता है।

हारमोंस के असंतुलन के कारण भी यह समस्या उत्पन्न होती है।.

आनुवंशिकता  :-
कुछ लोगों में यह अनुवांशिक भी होता है

1. शरीर में आयरन व प्रोटीन की कमी होना। 

2.वजन का तेजी से घटना।

3. ज्यादा मात्रा में विटामिन-ए का सेवन।

4. बालों की जड़ों में संक्रमण या एलर्जी के कारण। 

5. गर्भनिरोधक गोलियों का आवश्यकता से अधिक सेवन। 

6. दवाओं के साइड इफेक्ट होने पर गंजापन हो सकता है। 

7. मानसिक तनाव भी इसका मुख्य कारण है

8. महिमहिलाओं में प्रसव यानि डिलिवरी के दौरान  भी  कभी-कभी यह समस्या उत्पन्न होती है।  कुछ महिलाओं में मेनोपॉज के दौरान भी यह समस्या शुरू हो जाती है। 

9. कैंसर के इलाज कीमोथेरेपी के बाद बड़ों की जड़े कमजोर होने के कारण। 

10. थायरॉइड की बीमारी मैं भी अक्सर हेयर फॉल एवं गंजापन देखा गया है। 

11. बालों में डाई, कलर और केराटिन हेयर ट्रीटमेंट से भी इस बीमारी की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। 

12. डायट में बदलाव करने के कारण। 

13. लम्बी और गंभीर बीमारी के कारण भी यह समस्या शुरू हो जाती है। 

14. एनीमिया होने पर भी यह समस्या होती है। 

15.लगातार हेलमेट के इस्तेमाल से भी बाल झड़ने की समस्या देखने को मिलती है। 
 

बाल गिरने का उपाय, आयुर्वेदिक तेल के साथ

बाल गिरने का उपाय, आयुर्वेदिक तेल के साथ

घर पर बनाएं गंजेपन के लिए तेल- 
1.प्याज़ 100ग्राम. (काटकर )

2.मैथी दाना 100 ग्राम. 

3.करी पत्ता 100 ग्राम. 

4.कलोंजी 100 ग्राम. 

5. भृंगराज 250ग्राम. 

6. आंवला250 ग्राम ( काटकर).

7. मेहंदी के पत्ते 100 ग्राम.

8. नीम की गिरी 100 ग्राम.

9. धतूरे के बीज 100 ग्राम.

10.जैतून का तेल 100 ग्राम.

11.अरंडी का तेल 100 ग्राम.

12.आवले का अशुद्ध तेल 100 ग्राम.

13.बादाम का तेल 100 ग्राम.

14. नारियल तेल 100 ग्राम.

15.केले का तेल 50 ग्राम.

16.पिपरमेंट 50 ग्राम.(पुदीना का तेल)

इन सभी को कांच के डब्बे में 2 महीने तक डब्बे का ढक्कन बंद करके धूप में रख दे 2 महीने बाद ये औषधि तैयार हो जाएगी। अब आप इसमें से थोड़ा-थोड़ा मात्रा में किसी महीन कपडे में छान लीजिये और रात को सोते समय हर रोज सिर के बालों में इस औषधि तेल को लगाइये याद रहे हर रोज मालिस नहीं करवानी है। मालिस केवल सप्ताह में एक बार ही करवानी है। इस तेल औषधि के प्रयोग से मात्र 2 से 3 महीने में ही बंजर खोपड़ी में खेती उगने लगेगी। बालों की हर प्रकार की बीमारी के लिए यह तेल सर्वोत्तम औषध है। 

*डैंड्रफ या रूसी:-* 
यदि सर में डैंड्रफ है तो इसके लिए सर को बकरी के पानी में मुल्तानी मिट्टी लगाकर उसे सर को धोना चाहिए तथा बाद में यह तेल और सुधीर सर में लगानी चाहिए एक ही दिन में सर का डैंड्रफ बिल्कुल खत्म हो जाएगा।  

*यदि सर में बहुत ज्यादा खुजली है तो:-* 
यदि सर में बहुत ज्यादा खुजली है और सर में जगह-जगह लाल निशान बने हुए हैं तो यह एलोपेसिया का संक्रमण हो सकता है।  ऐसी स्थिति में स्टील औषधि को एलोवेरा में मिलाकर सिर में मालिश जरूर कराएं मात्र 8 दिनों में सर का संक्रमण पूरी तरह खत्म हो जाएगा।