सर्दी में रूखी त्वचा कि देखभाल, ऐसा इलाज कभी भी सर्दीयो में रूखी त्वचा नहीं होगी, एक दम रामबाण उपाय?

सर्दी में रूखी त्वचा कि देखभाल

सर्दी में रूखी त्वचा कि देखभाल कैसे करें?

सर्दी में रूखी त्वचा होने के कारण के बारे में भले बात करते है, सर्दी का मौसम सभी को बहुत अच्छा लगता है, सभी इस मौसम का भरपूर लुत्फ उठाते हैं, इस मौसम में सब कुछ लोगों को घर में लेटने में मजा आता है, तो कुछ लोगों को बाहर ही लिखते थी, पर बर्फ मैं घूमना और मौज मस्ती करने में मजा आता है, जैसे ही सर्दी का मौसम शुरू होता है,

लोग बर्फबारी देखने के लिए पहाड़ी एरिया में दौड़ने चाहते हैं, इस मौसम का भरपूर लुत्फ उठाया जाए लेकिन अक्सर ही रंग में भंग तब पड़ता है, जब सर्दी के मौसम की मार के कारण रूखी त्वचा हो जाती है, जगह-जगह स्किन में रेशे पड़ने लगते हैं, लाल-लाल चकते होने लगते हैं, शरीर पर जगह-जगह बालों के जुड़े टूट कर छोटी छोटी फुंसी होने लगती है,सर में रूसी होने लगती है,

और पैरों की एड़ियां फट जाती हैं, हाथों की हथेलियों की त्वचा लाल होकर गलने लगती है, पैरों में उंगलियों के बीच त्वचा अधिक सर्दी के कारण गलने लगती है, मौसम में नमी की वजह से मौजों में बहुत अधिक बदबू होने लगती हैं । सर्दियों में ठंडी हवा चलने पर त्वचा शुष्क होती है जो त्वचा के सूखेपन का कारण बनती है। यह सर्दियों में आम समस्या है।

साथ ही शरीर में अपर्याप्त नमी, हानिकारक पराबैंगनी  सूरज की किरणें, बहुत अधिक गर्म पानी से नहाने के कारण भी त्वचा में  रूखापन आ जाया करता है जिसके कारण त्वचा में जलन व खुजली का हो जाना एक आम बात है, इस मौसम में जरूरत होती है हमें अपनी त्वचा के खास देखभाल की,  आइए बात करते हैं कि इस सर्दी के मौसम में हम अपनी नाजुक त्वचा को कैसे सुरक्षित रखें।

सर्दी के मौसम में रूखी त्वचा न हो उसके लिए कुछ सावधानियाँ बरतनी चाहिए-

* सर्दी के मौसम में ठंडे पानी और ठंडे भोजन का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए क्योंकि सर्दी के मौसम में हमारी त्वचा में खुश्की उत्पन्न हो जाती है यदि हम ठंडे भोजन या ठंडे पानी का प्रयोग करते हैं तो यह खुश्की और अधिक बढ़ जाती है, यहां हमारे लिए आवश्यक हो जाता है कि इस मौसम में ठंडे पदार्थों का सेवन बिल्कुल बंद कर दें।

* इस मौसम में जितना हो सके साबुन का प्रयोग कम करें क्योंकि साबुन के प्रयोग से हमारी त्वचा में खुश्की आती है जो सर्दी के कारण होने वाली खुश्की को और अधिक बढ़ा देती है परिणाम स्वरूप त्वचा में खिंचाव होने के साथ-साथ जलन रहने लगती है समय रहते इसकी देखभाल न की जाए तो यह मौसम के कारण एलर्जी का संक्रमण बन सकती है।

* कपड़े पहनते समय एक बात का विशेष ध्यान रखें ऊनी कपड़े के नीचे कोटन का बनियान एवं अंडरवियर जरूर पहने क्योंकि यदि हम उन्हें वस्त्र को सीधा अपने स्क्रीन के ऊपर पहनते हैं तो उसमें सर्दी के कारण होने वाले त्वचा के रूखापन में खिंचाव अधिक बनता है जो हमारी परेशानी का सबब बनता है।

* त्वचा की खुश्की से परेशान होकर हम अंधाधुंध ऐरी गैरी प्रेम और सौंदर्य प्रसाधनों का इस्तेमाल करने लगते हैं जो सर्दी के कारण हो रही हमारी परेशानी को कम करने की बजाय बढ़ा देती हैं हमें चाहिए कि सर्दी के कारण हमारी त्वचा में आई इस खुश्की का इलाज या तो किसी अच्छे चमड़ी का डॉक्टर से या फिर घर में बने शब्द नुस्खो से ही करे।

* जूते पहनते समय सुनिश्चित कर लें कि आपने साफ एवं धुली हुई मोज़े ही पहनी हों क्योंकि यदि आप 1 दिन पहनी हुई मोज़े दूसरे और तीसरे दिन भी पहनते हैं तो स्वाभाविक है कि उनमें मौसम में नमी के कारण बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है जो आपके पैरों की त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है।

* इस मौसम में नंगे पैर रहना भी परेशानी का सबब बन सकता है जो पैरों के तलवे की त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है क्योंकि सर्दी के इस मौसम में पैरों के तलवों की त्वचा बहुत ही शख्त हो जाती है और हवा लगने के कारण इनमें दरारे होने लगती है जिनका यदि सही समय पर उपचार न किया जाए तो इनमें से खून भी रिसने लगता है।

* याद रहे इस मौसम में बार-बार होठों पर जी बिल्कुल ना करें क्योंकि होठों पर फ्री गई बार-बार जीभ इनकी नमी को खत्म कर देती है जिनके कारण इनमें खुश्की आ जाती है और हमारे होंठ फटने लग जाते हैं एवं इनसे खून रिसने लगता है।

* बनियान एवं अंडरवियर रोज बदलना जरूरी होता है क्योंकि शरीर के ऊपर अधिक कपड़े होने की वजह से शरीर से निकलने वाली रोम छिद्रों से गैस बाहर निकल कर हमारे बनियान और इनर मैं रम जाती है जिसके कारण हमारी त्वचा में संक्रमण होने के अवसर बन जाते हैं और शरीर पर जगह जगह या तो लाल रंग के चकदे बन जाते हैं या फिर रोम छिद्रों की जगह छोटी-छोटी फुंसियां हो जाती है।

* ठंड के इस मौसम में शरीर पर जितने कम बाल होंगे हमारे स्वास्थ्य के लिए उतना ही अच्छा होगा क्योंकि नियमित रूप से शरीर की सफाई ना होने के कारण सर में रूसी होने के आसार बने रहते हैं हाथों के नीचे बगल में छाती के ऊपर एवं गुप्तांगों के पास अनावश्यक बालों में रूसी, और खुद की होने के कारण त्वचा संबंधित एलर्जी या संक्रमण होने का खतरा बना रहता है।

* याद रहे ठंड और शीतलहर के चलते इस समय पेट में कब्ज होना एक आम बात होती है जिसके कारण हमारा मलद्वार कई बार घायल हो जाता है यदि समय पर ध्यान न दिया जाए तो यह समस्या आगे चलकर बवासीर का रूप धारण कर लेती है जो बहुत ही गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है और जान जाने का जोखिम उठाना पड़ सकता है।

सर्दी में रूखी त्वचा न हो आपकी, उसके लिए कुछ आयुर्वेदिक इलाज

सर्दी में रूखी त्वचा न हो आपकी, उसके लिए कुछ आयुर्वेदिक इलाज

* रूखी त्वचा न हो उसके लिए, गर्म पानी-     
सुबह नींद से जागने के उपरांत सबसे पहले दो गिलास गर्म पानी एक एक घूंट करके चुसकी लेकर पीना चाहिए सुबह के समय खाली पेट पिया  गया यह गर्म पानी हमारी त्वचा के लिए मृत संजीवनी का काम करता है क्योंकि सर्दी के कारण त्वचा अपनी नमी खो बैठती है और इसमें रूखापन और खुश्की हो जाने के कारण शरीर में जगह-जगह रेशे होने लगते हैं। परंतु गर्म पानी के निमित्त इस्तेमाल करने से हमारी त्वचा की नमी पुनः लौट आती है स्किन में इस नमी और वसा के कारण खुश्की और रूखापन दूर हो जाता है और त्वचा धीरे धीरे अपने प्राकृतिक रूप में सुंदर, मुलायम एवं चमकदार हो जाती है।

* रूखी त्वचा न हो उसके लिए, नहाने का तरीका-       
ठंड के इस मौसम में नहाने के लिए गर्म पानी नहीं बल्कि गर्म पानी के स्थान पर हल्का गुनगुना पानी होना चाहिए क्योंकि गर्म पानी हमारे शरीर की बाहरी त्वचा पर सीधा पढ़ने से हमारी त्वचा में खुश्की पैदा करता है जिसके कारण हमारी त्वचा में बहुत सारे संक्रमण होने का खतरा बन जाता है नहाते समय हमें यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि हमारा पानी गर्म न होकर हल्का गुनगुना ही हो और इस गुनगुने पानी में 4 गुण सरसों का तेल या चार बूंद नारियल का तेल डाल लेना चाहिए, क्योंकि गुनगुने पानी में मिलाया गया तेल हमारे शरीर पर ऊपर जाने से शरीर के रोम छिद्रों में वसा का संचार करता है जिसके परिणाम स्वरूप त्वचा की खुश्की एक कमी आती है।

* रूखी त्वचा न हो उसके लिए
, नारियल का तेल-     
नहाने से 5 मिनट पहले नारियल तेल की 10 बूंदे अपने हथेलियों पर रखकर हथेलियों को आपस में रगड़ने और फिर इन हथेलियों से अपने पूरे शरीर पर हल्की हल्की मसाज करें शरीर पर मसाज करने के उपरांत लगभग 10 मिनट बाद गुनगुने पानी से स्नान करें नहाने के लिए प्रयोग किए जाने वाले हल्का गुनगुना पानी में भी चार बूंद नारियल का तेल डालें यह प्रयोग सर्दी से प्रभावित हुई त्वचा को पुनर्जीवन देता है।

* रूखी त्वचा न हो उसके लिए, जैतून का तेल-         
जैतून का तेल सीधे पूरे शरीर पर नहीं लगाना चाहिए नहाने से 10 मिनट पहले जैतून का तेल केवल सर में लगाएं फिर गुनगुने पानी से नहाए नहाते समय जैतून का तेल पानी के साथ साथ शरीर के अन्य अंगों पर भी सोते ही आ जाता है जिससे शरीर की खुश्की जड़ से खत्म हो जाती है और सर्दी का प्रभाव त्वचा पर किसी तरह का कोई नुकसान नहीं करता । याद रहे यदि जैतून का तेल हम सीधा अपने शरीर के अंगों पर लगाते हैं तो यह हाथ पैर सीना आदि पर बालों में वृद्धि करता है लेकिन यदि यही तेल पानी के साथ मिश्रण होकर शरीर पर लगता है तो इसका हाथ पैर और सीने पर बालों में ग्रोथ करने वाला हूं समाप्त हो जाता है।

* रूखी त्वचा न हो उसके लिए, एलोवेरा-       
एलोवेरा का गूदा निकालकर उस में नारियल का तेल मिला ले और पूरे शरीर पर इस मिश्रण की मालिश करें फिर लगभग एक घंटा बाद नहाए सर्दी के कारण यदि त्वचा मैं खून का रिसाव हो रहा है या खुजली हो रही है तो इस प्रयोग के करने से 2 से 3 दिन में ही वह पूरी तरह ठीक हो जाती है।

* रूखी त्वचा न हो उसके लिए, दूध की मलाई-       
सर्दी और शीतलहर के प्रकोप से घायल त्वचा पर यदि रात को सोते समय मलाई का लेप किया जाए तो यह घायल त्वचा को रात भर में ही 50% तक ठीक कर देती है मात्र दो ही दिन में शीत लहर से झुलसी हुई त्वचा भी पूर्णतया ठीक हो जाती है।

* रूखी त्वचा न हो उसके लिए, शहद का प्रयोग-       
शहद में नेचुरल मॉइश्चराइजर होता है इसके प्रयोग से हम अपनी त्वचा को स्वस्थ सुंदर एवं प्राकृतिक रूप देने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं, शहद का इस्तेमाल करते समय शहद और ग्लिसरीन की मात्रा बराबर बराबर लें और इसको शरीर पर हल्का हल्का मसाज करें यह प्रक्रिया नहाने से लगभग 5 मिनट पहले करें याद रहे इस प्रयोग के साथ साबुन का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें।

* रूखी त्वचा न हो उसके लिए, हल्दी और बादाम तेल-       
बादाम के तेल में हल्दी मिलाकर इस तेल को शीत लहर से प्रभावित हुई त्वचा पर लगाना चाहिए जिससे त्वचा में सर्दी और शीतलहर के कारण हुई एलर्जी को मात्र दो ही दिन में पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है यह घरेलू एवं आयुर्वेदिक उपचार ठंड के कारण गण रहित बचा के लिए एक चमत्कार औषधि है।

* रूखी त्वचा न हो उसके लिए, गाजर का जूस-     
गाजर का एक गिलास जूस यदि हर रोज सुबह के समय हल्का गर्म करके पिया जाए तो यह सर्दी को दूर करने के साथ-साथ सर्दी के कारण त्वचा पर हो रहे अवसरवादी संक्रमण को भी जड़ से समाप्त कर देता है।

* रूखी त्वचा न हो उसके लिए, लौकी का जूस-       
एक गिलास लौकी के जूस में आधा कप एलोवेरा का जूस मिलाकर नियमित पीने से त्वचा संबंधित सभी संक्रमण दूर होते हैं सर्दी एवं सर्द हवाओं के कारण होने वाले त्वचा के संक्रमण के लिए यह जूस बहुत ही कारगर औषधि है जिसके इस्तेमाल से कुछ ही दिनों में सर्दी के कारण होने वाला संक्रमण पूरी तरह ठीक हो जाता है।
 
* रूखी त्वचा न हो उसके लिए, आंवला-     
हर रोज 2 आंवले का सेवन आपको सर्दी से होने वाले त्वचा के संक्रमण से कोसों दूर रखता है, आंवले का इस्तेमाल आप किसी भी रूप में कर सकते हैं वह चाहे मुरब्बा हो, आचार हो, भोजन में हो या पाउडर के रूप में पानी के साथ लेना हो किसी भी रूप में आंवले का इस्तेमाल सर्दी के मौसम में एक कारगर औषधि है।