सूखी खांसी का इलाज, रातो-रात इलाज वो भी अपने घर पर ही, बिना किसी डॉक्टर के?

सूखी खांसी का इलाज के साथ ही जाने यह है क्या
सूखी खांसी का इलाज के साथ ही जाने यह है, क्या, सभी जानते हैं, की सूखी खांसी बहुत ही खतरनाक होती है, जब किसी इंसान को सूखी खांसी होती है तो खांसते खांसते पेट की सारी आतें इकट्ठी हो जाती है, पेट में दर्द रहने लगता है, कभी-कभी तो पेट में इतना ज्यादा दर्द होता है कि इमरजेंसी में हॉस्पिटल में पेशेंट को एडमिट कराना पड़ जाता है। सूखी खांसी हो जाने के कारण गले में टॉन्सिल भी बन जाते हैं, देखा गया है कि बहुत सारे ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिनमें सूखी खांसी होने के कारण खांसते-खांसते लोगों को हर्निया की भी शिकायत हो गई है।
सूखी खांसी अक्सर मौसम बदलने पर हो जाया करती है। लेकिन यदि समय से इसका इलाज न कराया जाए तो यह विकराल रूप ले लेती है, ज्यादा खास ने के कारण फेफड़ों के स्पंज डैमेज हो जाते हैं और इसको खांसी से TB बनने में ज्यादा दिन नहीं लगते। सूखी खांसी यदि 15 दिन रह जाए तो व्यक्ति को टीवी का संक्रमण होने का खतरा बन जाता है। इसलिए हमें खांसी के होने पर कभी भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए, क्योंकि हमारी थोड़ी सी लापरवाही हमारे लिए जान का जोखिम बन सकती है।
सूखी खांसी/ Dry Cough की पहचान।
वैसे तो सूखी खांसी की पहचान करना कोई मुश्किल काम नहीं है लेकिन फिर भी सूखी खांसी के कुछ लक्षण बताना बहुत आवश्यक है, क्योंकि कभी-कभी हम शुरुआती लक्षणों को पहचान नहीं पाते, जब हमें समझ में आता है तो बहुत देर हो चुकी होती है।
*आइए जाने सूखी खांसी के शुरुआती लक्षण।
1- मौसम के बदलने पर अक्सर नाक से हल्की खुजली के साथ पानी आने लगता है।
2- सर में दर्द के साथ बुखार का आना।
3- साइनस में दर्द होना और छींके शुरू हो जाना।
4- शरीर में दर्द होना खास तौर से गर्दन के पास कंधों के ऊपर और ठंड लगना।
5- गले में सूखापन होना बलगम जम जाना और गले में खराश होना।
6- खाँसते-खाँसते उल्टी की इच्छा होना।
7- खांसी ज्यादा होना और पेट की पसलियां एक जगह इकट्ठे हो जाना।
8- खांसी के साथ अजीब सी आवाज गले से निकलना।
9- आंखों में बहुत तेज दर्द होना।
10- धड़कनें बढ़ जाना और सांसों का फूल जाना।
सूखी खांसी/ Dry Cough होने के कारण
1- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के कारण जय संक्रमण एक इंसान से दूसरे इंसान में चला जाता है।
2- मौसम बदलने के कारण हमारे गले में ड्राइनेस आ जाती है जिसके कारण व्यक्ति को सूखी खांसी का इंफेक्शन हो जाता है।
3- गले में बाहरी पदार्थ के आ जाने के कारण भी गले में एलर्जी बन जाती है जो बाद में सूखी खांसी का रूप ले लेती हैं।
4- प्रदूषित वातावरण होने के कारण भी धूल मिट्टी के कणों की वजह से भी गले में सूखी खांसी का संक्रमण हो जाता है।
5- अक्सर देखा गया है कि जब किसी व्यक्ति को दमा की शिकायत होती है या टीवी की शिकायत होती है तो उसको सुखी खासी हो जाया करती है।
6- फेफड़ों का कैंसर भी सूखी खांसी की एक बड़ी वजह है।
7- बीड़ी-सिगरेट का अधिक उपयोग सूखी खांसी की सबसे बड़ी वजह है।
8- सर्दी भी सूखी खांसी की बहुत बड़ी वजह है।
सूखी खांसी का आयुर्वेदिक उपचार

1-काला बांसा :-
काला बांसा के पत्ते की जलाकर भस्म बना ले इस बस में शहद मिलाकर इसे दिन में चार से पांच बार जीभ से चाटनी चाहिए। काली खांसी के लिए यह सबसे उपयुक्त आयुर्वेदिक औषधि है।
2- तुलसी और अदरक:-
तुलसी के पत्ते और अदरक को कूटकर शहद के साथ मिलाकर खाने से सूखी खांसी बिल्कुल ठीक हो जाती है।
3- आंवला:-
आंवले की भस्म बनाकर इसमें शहद मिलाकर दिन में चार से पांच बार चाटकर खाएं, एक ही दिन में आराम लगेगा।
4- पीपली :-
पीपली पीसकर इसे शहद में मिलाकर चाटने से सुखी खांसी में आराम मिलता है।
5- मुनक्का और पिपली का दूध:-
एक गिलास दूध में 5 मुनक्के और एक पीपली उबालकर पीने से सुखी कौशिक केवल 2 दिन में बिल्कुल ठीक हो जाती है।
6- मुलेठी:-
मुलेठी पाउडर एक चम्मच सुबह तथा एक चम्मच रात को सोते समय गर्म पानी के साथ ले, सूखी खांसी के लिए बहुत ही जबरदस्त औषधि है।
7- कुलंजन की जड़:-
कुलंजन की जड़ को एक गिलास पानी में उबाल लें जब पानी आधा रह जाए इसको छान लें एक कप सुबह एक कप शाम को एक चम्मच शहद मिलाकर पिए, एक ही दिन में सूखी खांसी को जड़ से खत्म कर देता है।
8- अनार के छिलके:-
अनार के छिलकों को छाया में सुखाएं फिर इसका पाउडर बना लें, पाउडर को शहद के साथ मिलाकर चाटने से 2 से 3 दिनों में काली खासी जड़ से खत्म हो जाती है।
9- दालचीनी:-
दालचीनी का पाउडर शहद के साथ मिलाकर चाटने से काली या सूखी खांसी मैं तुरंत आराम मिलता है।
10- काला नमक और मुनक्का :-
चार मुनक्का में स्वादानुसार काला नमक गूथ कर इसकी गोली बना लें, इस गोली को मुंह में डालकर चूसते रहें 2 दिन में सुखी खासी जड़ से खत्म हो जाएगी।
नोट :- सूखी खांसी वाले इंसान को बीड़ी सिगरेट धूम्रपान बिल्कुल नहीं करना चाहिए, यह उसके लिए विश का काम करता है। सूखी खांसी का इलाज यदि समय से न किया जाए तो यह अस्थमा का रूप ले सकती है या टीवी भी बन सकती है।