शीघ्रपतन एवं इसका इलाज, पूरी जानकारी, यह क्यों होता है, इसके होने की वजह क्या है, जाने हिंदी में,

शीघ्रपतन एवं इसका इलाज

शीघ्रपतन एवं इसका इलाज, आखिर तक पढ़ें?

शीघ्रपतन एवं इसका इलाज, यह क्या है?*(What is Premature Ejaculation)आइये विस्तार से समझते है कि शीघ्रपतन क्या है :-

शीघ्रपतन एवं इसका इलाज की बात करें तो, आसान भाषा में कहें तो शीघ्रपतन पुरुषों को होने वाली एक प्रकार की यौन समस्या है। इस समस्या में सेक्स के दौरान चरम पर पहुंचने या यूँ कहें कि अपने पार्टनर की कामोत्तेजना से पहले ही वीर्य का निकल जाना ही शीघ्रपतन कहलाता है। शीघ्रपतन का सेक्स लाइफ पर बहुत नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।शीघ्रपतन किसी प्रकार का रोग नहीं है, फिर भी यह आज एक बड़ी शारीरिक समस्या बन गई है । इस समस्या की वजह से आज शादी के बाद लोग खुश नहीं रह पा रहे हैं और यह समस्या सिर्फ भारत की नहीं बल्कि दूसरे देशों की भी है, हां यह ज़रुर है कि भारत में यह समस्या शारीरिक होने के साथ-साथ मानसिक भी है । आमतौlर पर यह समस्या पुरुषों में पायी जाती है।    

परंतु अब यह समस्या महिलाओं में भी देखने को मिल रही है ।


*शीघ्रपतन के लक्षण* (Premature Ejaculation Symptoms in Hindi)

शीघ्रपतन के प्रमुख लक्षण:-
कामोत्तेजना के कुछ सेकेण्ड या मिनट के भीतर वीर्यपतन हो जाना।
जब इण्टरकोर्स (Intercourse) आरम्भ होने के 60 सेकेण्ड के अन्दर पुरुष का वीर्यपतन हो जाए, तो शीघ्रपतन की समस्या समझना चाहिए।इन्टरकोर्स शुरू करने से पहले ही वीर्य निकल जाना यौन उत्तेजना कम होना भी शीघ्रपतन का ही लक्षण है ।संभोग क्रिया शुरू होते ही, या होने से पहले वीर्यपतन हो जाना। 

शीघ्रपतन होने के कारण* (Premature Ejaculation Causes ):-
इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में आजकल लोग मानसिक तनाव के शिकार हो रहे हैं जिसकी वजह से लोगों के जीवन में सेक्स संबंधी समस्याएं पनप रही हैं। इन्हीं समस्याओं में से एक प्रमुख समस्या शीघ्रपतन भी है। मानसिक रूप से तनावग्रस्त होने की वजह से सेक्स हार्मोन्स असंतुलित हो जाते हैं। इसके कारण ही शीघ्रपतन की समस्या हो जाती है। शीघ्रपतन शारीरिक या मानसिक दुर्बलता में से किसी के भी कारण हो सकता है।

शीघ्रपतन की परेशानी के ये कारण हो सकते हैं:-

* मनोवैज्ञानिक कारण से शीघ्रपतन!

* मानसिक तनाव (डिप्रेशन)

* रिश्तों से संबंधी समस्याओं के कारण भी शीघ्रपतन हो सकता है।

* शीघ्रपतन का कारण कई लोगों में ज्यादा चिंता करने से भी होती है।

* समय से पहले वीर्यपतन के बारे में चिंता करना।

* यौन अनुभव की शुरुआती स्थिति में भी शीघ्रपतन हो सकता है जो आम बात है।

बायोलॉजिकल कारण से शीघ्रपतन:-

* शरीर में यौन हार्मोन्स (Testerone harmone) का असामान्य (Imbalance) हो जाना।

* मूत्रमार्ग (Urinary bladder) या प्रोस्टेट ग्रन्थि (Prostate Gland) में संक्रमण (Infection) होना भी इसका कारण हो सकता है ।

* यह भी देखा गया है कि आनुवांशिकता (heridity) की वजह से भी शीघ्रपतन की समस्या बहुत से लोगों में पाई जाती है।

* सर्जरी (Surgery) या मानसिक अघात (mentaltrauma) के कारण शीघ्रपतन की समस्या हो जाया करती है।

शीघ्रपतन एवं इसका इलाज के साथ, इसके कुछ अन्य कारण

*शादी की शुरुआत में यह समस्या मुख्य रूप से अधिकतर लोगों के साथ होती है, जिसका मुख्य कारण स्त्री एवं पुरुषों के बॉडी ऑर्गनस  का एक दूसरे को पहचानने पाना भी होता है। एक बॉडी दूसरी बॉडी को पहचानने में समय लेती है कभी तो यह समय सीमा 2 महीने 6 महीने या 1 साल तक हो जाती है, धीरे धीरे जैसे-जैसे समय बीतता है दोनों शरीरों की शारीरिक प्रकृति एक दूसरे को पहचानने लगती है, कुछ समय बाद सब कुछ ठीक हो जाता है। 

* ज्यादा मात्रा में शराब (Alcohal) सेवन भी कभी-कभी समस्या को बढ़ावा देता है।

* नशीले पदार्थों का अधिक मात्रा में सेवन जैसे अफीम, चरस आदि।

* एंटीबायोटिक दवाओं का अधिक मात्रा में सेवन करना भी इस समस्या को बढ़ावा देता है।
जंकफूड जैसे :- pizza, बर्गर, ज्यादा तली भुनी एवं मसालेदार खाद्य सामग्रियों का इस्तेमाल भी इसका प्रमुख कारण है। 

शीघ्रपतन के इलाज क्या है

अगर देखा जाए तो इस परेशानी का इलाज बाहरी न होकर घरेलू है । सबसे पहले आप अपनी जीवनशैली को बदलें और अपने खान-पान पर विशेष ध्यान दें। 

*पार्टनर से खुलकर  करें बात*
यह समस्या एक ऐसी समस्या है, जिससे कुंवारे और शादीशुदा, हर तरह के पुरुष परेशान रहते हैं । वैसे यह समस्या शारीरिक कम और मानसिक ज्यादा है और इसके लिए मानसिक स्थिति पर नियंत्रित होना बेहद ज़रुरी है । वैसे यह समस्या कभी-कभी स्वंय ही सेक्स करते-करते ठीक हो जाती है । यह परेशानी बड़ी तब बन जाती है जब पुरुष इसके कारण किसी तरह की हीन भावना का शिकार हो जाते हैं और खुद को नीचा समझने लगते हैं ।

इस परेशानी का इलाज करने के लिए यौन रोग विशेषज्ञ मौजूद हैं, और वह हमेशा यही सलाह देते हैं, कि पुरुषों को अपने सैक्स पार्टनर से इस बारे में खुलकर बात करनी चाहिए, और इलाज के दौरान भी उसे साथ में लाना चाहिए । इसके इलाज के लिए सेक्स विशेषज्ञ पुरुष के स्वास्थ्य इतिहास, और फैमिली मेडिकल हिस्ट्री के बारे में जानते हैं, और फिर पुरुष के साथी के साथ उनकी सेक्स लाइफ के बारे में बात करते हैं। जब वह पूरी तरह केस स्टडी कर लेते हैं, तब वह पुरुष को परामर्श देते हुए आहार में बदलाव करने की सलाह देते हैं ।

शीघ्रपतन की समस्या से बचने के लिए कुछ पदार्थों का सेवन जरूरी हा जैसे :-

*जिंक*         
जिंक ऐसा तत्व है जो पुरुषों मेंप्रजनन क्षमताको बढ़ाने में ज़रुरी भूमिका निभाता है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ मॉलिक्यूलर साइंसेज के मुताबिक,  बांझपन की समस्यासे परेशान पुरुषों के स्पर्म में जिंक की मात्रा कम थी। जिंक के सेवन सेयौन रोग में सुधारकिया जा सकता है। जिंक वाले आहार के साथ-साथ पुरुषों को जिंक सप्लीमेंट्स के तौर पर भी खाने चाहिए। जिंक पुरुष के शरीर में सीरमटेस्टोस्टेरोनके लेवल को बढ़ा देता है ।

*मैग्नीशियम*
पुरुषों में हेल्दी स्पर्मऔर प्रजनन की बेहतर क्षमता के लिएमैग्नीशियम तत्व बहुत ज़रुरी होता है। एशियन जर्नल ऑफ एंड्रोलॉजी की समीक्षा के अनुसार शीघ्रपतन की समस्या को कम करने के लिए शरीर में मैग्नीशियम का स्तर ठीक होना बेहद ज़रुरी है ।

*कैल्शियम* 
कैल्शियम एक ऐसा पदार्थ है जो हमारी हड्डियों की मजबूती के लिए जरूरी होता है शारीरिक विकास में कैल्शियम का अहम योगदान होता है तथा शीघ्रपतन की समस्या से बचने के लिए कैल्शियम का प्रयोग बहुत ही लाभकारी है। 

*कंडोम प्रयोग करें*
इस समस्या से निजात पाने में कंडोम भी मददगार साबित हो सकता है । कंडोम को इस्तेमाल करने से लिंग की सेंसटिविटी कम होती है और इसी वजह से शीध्रपतन देर से होता है, हालांकि इसके लिए आपको दूसरे प्रकार के कंडोम का प्रयोग करना पड़ेगा । इसे “क्लाइमैक्स कंट्रोल” कंडोम कहते हैं । इसके अलावा, इस समस्या के निदान के लिए फोरप्ले का भी बहुत सकारात्मक परिणाम मिलता है।

शीघ्रपतन का आयुर्वेदिक घरेलु  उपचार

आयुर्वेद में शीघ्रपतन को ठीक करने के लिए कई तरह के औषधियों के सेवन की सलाह दी गई है। वास्तव में जिन औषधियों की तासीर ठंडी होती है वे ही औषधियां इस बीमारी के इलाज में उपयोग की जाती हैं।

1. *कतीरा गोंद*
चना छोले के एक दाने के बराबर *कतीरा गोंद* को एक मिट्टी के बर्तन में एक गिलास पानी में शाम के समय भिगो दें जिसमें एक चम्मच मिश्री भी डाल दें रात भर इसको ढक कर रखा रहने दें सुबह खाली पेट इसका सेवन करें! लगातार एक महीना सेवन करने से यह शीघ्रस्खलन की समस्या को जड़ से खत्म कर देता है। नोट :- जुकाम के समय इसका सेवन वर्जित है। 

2.  *गोक्षुर* 
आयुर्वेद में बताया गया है कि गोक्षुर एक ऐसी जड़ी बूटी है जो वात पित्त कफ तीनों को नियंत्रित रखने में मदद करती है। गोक्षुर का इस्तेमाल मुख्य रुप से यौन शक्ति बढ़ाने और शीघ्र स्खलन जैसी बीमारियों के इलाज में किया जाता है। इसके सेवन से मांसपेशियों में ताकत आती है और टेस्टोस्टेरोन का लेवल बढ़ता है।खुराक : रोजाना एक चम्मच गोक्षुर चूर्ण
*सेवन का तरीका* : आधा चम्मच गोक्षुर चूर्ण को घी और चीनी के साथ मिलाकर दिन में दो बार खाएं।

3- *केसर* 
केसर के मुख्य फायदों से तो सभी भलीभांति परिचित होंगें  लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि केसर में कामोत्तेजक गुण भी होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार केसर को दूध के साथ मिलाकर पीने से शीघ्रपतन की बीमारी ठीक हो जाती है। इसके अलावा केसर के नियमित सेवन से सेक्स पॉवर और कामेच्छा बढ़ती है।खुराक :  रोजाना 5-7 केसर के रेशे 
सेवन का तरीका :-  5-7 केसर के रेशे को दूध में उबालकर रात में सोने से पहले पिएं।

4. *विदारीकंद*
विदारीकंद जैसे नाम से ही पहचान होती है, कि यह किसी पेड़ की जड़ है, विदारीकंद को महीन पीसकर यदि रोजाना रात को सोने से पहले दूध के साथ सेवन किया जाए तो यह वीर्य को गाढ़ा करता है और सेक्स का टाइम भी बढ़ाता है।  
*सेवन विधि:- 1 चम्मच विदारीकंद पाउडर दूध के साथ रोजाना सोने से पहले इस्तेमाल करना है
*परहेज :- इसका इस्तेमाल लगातार तीन महीने तक करना है तथा पहले 1 महीने में शारीरिक सम्बन्ध नहीं बनाने है। 

4- *मकरध्वज*  
यह शरीर की ताकत बढ़ाने वाली जड़ी बूटी है। शीघ्र स्खलन के आयुर्वेदिक दवा के रुप में इसका इस्तेमाल प्रमुखता से किया जाता है। इसके अलावा यह वीर्य बढ़ाने और नपुंसकता दूर करने के इलाज में भी प्रयोग की जाती है। यह शीघ्रपतन के लिए यह एक अचूक औषधि है। आप मकरध्वज का सेवन भष्म या वटी के रुप में कर सकते हैं। इसकी मात्रा या खुराक की अधिक जानकारी के लिए आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह लें।
खुराक :-
इसकी खुराक मरीज की वर्त्तमान स्थिति पर निर्भर करती है इसलिए खुराक के लिए डॉक्टर की सलाह लें।  
सेवन का तरीका :- डॉक्टर द्वारा बताए गये निर्देशानुसार ही इसका सेवन करें।

5- *अश्वगंधा* 
अश्वगंधा आयुर्वेद की सबसे ताकतवर औषधि है जो शीघ्रपतन के इलाज के लिए रामबाण सिद्ध होती है अश्वगंधा का पौधा जड़ समेत उखाड़कर इसको छाया में सुखा लें फिर कूटकर इसका पाउडर बनाकर इसका इस्तेमाल करना चाहिए। 
*सेवन विधि*:- अश्वगंधा पाउडर एक चम्मच सुबह हल्का नाश्ता करने के 1 घंटे बाद तथा एक चम्मच शाम को सोने से पहले ठंडे दूध के साथ सेवन करना चाहिए।