परिवार नियोजन क्या है, पूरी जानकारी वो भी हिंदी में, कैसे आप इसका ध्यान रख सकते है?

परिवार नियोजन क्या है

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परिवार नियोजन क्या है,जानने के लिए पूरा पढ़े, जनसंख्या विस्फोट पूरे विश्व के लिए एक समस्या बन चुकी है जनसंख्या के बढ़ जाने के कारण जंगलों को काटा जा रहा है जंगलों को खत्म किया जा रहा है जिसके कारण पूरी पृथ्वी पर ग्लोबल वार्मिंग का खतरा मंडराता जा रहा है,  भारत की बात करे तो हमारे देश में जनसंख्या एक बहुत बड़ी समस्या के रूप में उभर कर सामने आई है, कुछ पढ़े लिखे और समझदार वर्ग तो इस समस्या को समझ रहे हैं,

और इस समस्याओं को कंट्रोल करने की कोशिश भी कर रहे हैं लेकिन कुछ अनपढ़ और जाहिल वर्ग के लोग इसके ऊपर बिल्कुल ध्यान न देकर अंधाधुन बच्चे पैदा कर रहे हैं जिसके कारण देश में कई सारे संकट ज्यादा हो रहे हैं, जैसे :- बेरोजगारी की समस्या, संसाधनों की समस्या, बढ़ती हुई महंगाई की समस्या, भ्रष्टाचार, क्राइम, रहने के लिए घर जमीन और मकानों की समस्या, आमदनी आदि।  जनसंख्या नियंत्रण की ओर सरकार को विशेष ध्यान देने की जरूरत है, जनसंख्या नियंत्रण के लिए सरकार को कोई ठोस कानून लेकर आना चाहिए जिसके कारण देश की इस समस्या पर काबू पाया जा सके। 

फैमिली प्लानिंग हमारे परिवार देश और समाज के लिए एक बहुत क्रांतिकारी सोच है जिसके कारण देश समाज और हमारा खुद का भला होगा, फैमिली प्लानिंग को अपनाकर हम बहुत सारी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं, लेकिन इसके लिए जरूरत है हमारे दृढ़ निश्चय और राष्ट्रवादी सोच की।  यदि हमारा परिवार छोटा है तो हम एक दूसरे के बारे में अधिक सोच सकते हैं हम अपने साथ-साथ समाज के बारे में भी सोच सकते हैं, छोटे परिवार में हम बच्चों की शिक्षा के ऊपर ज्यादा ध्यान दे सकते हैं, जब हम खुद संपन्न और समृद्ध होंगे तो हम देश और समाज के बारे में भी सोच पाएंगे। 

परिवार नियोजन क्या है, यह तो अपने जान लिया अब जाने, परिवार नियोजन की आवश्यकता क्यों हैं? 

* देश में बढ़ रही जनसंख्या को रोकने के लिए परिवार नियोजन की बहुत आवश्यकता है। 

* क्योंकि देश में व्यभिचार और क्राइम अपने चरम पर है यदि इस को रोकना है तो परिवार नियोजन भी जरूरी है। 

* अच्छे और सभ्य समाज के लिए जनसंख्या का नियंत्रित होना भी जरूरी है। 

* रोजगार की समस्या को खत्म किया जा सके इसके लिए जरूरी है की जनसंख्या पर नियंत्रण हो। 

* मातृ और शिशु मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिए परिवार नियोजन बहुत जरूरी है। 

* रोजगार की समस्या का समाधान केवल परिवार नियोजन के माध्यम से ही किया जा सकता है। 

* क्योंकि भ्रष्टाचार और बेरोजगारी दोनों जनसंख्या घनत्व के मुख्य कारण है इसलिए जनसंख्या नियंत्रण बहुत जरूरी है। 

 परिवार नियोजन के लाभ

* परिवार नियोजन के अपने बहुत से लाभ हैं, सीमित परिवार पर आए समृद्ध होता है। 

* सीमित परिवार की सोच देश और समाज के लिए लाभकारी होती है। 

* छोटे परिवार में बच्चों की शिक्षा के ऊपर विशेष ध्यान दिया जा सकता है। 

* सीमित परिवार के कारण जनसंख्या घनत्व कम रहता है जिसके कारण समाज में स्थिरता नहीं बनेगी। 

* सीमित परिवार शब्द परिवार होता है जहां हम परिवार के साथ साथ समाज के बारे में भी एक अच्छी सोच रख सकते हैं। 

* क्योंकि बड़े परिवारों में बच्चों की शिक्षा के ऊपर विशेष ध्यान नहीं दिया जाता इसलिए बच्चों के बीच भेदभाव हो जाने की आशंका बनी रहती है। 

* छोटे परिवार में योजनाबद्ध तरीके से हम अपने और अपने समाज के विषय में सकारात्मक फैसले लेने की क्षमता रखते हैं। 

परिवार नियोजन के माध्यम कौन-कौन से हैं?  

परिवार नियोजन के विभिन्न माध्यम है जो सरकार द्वारा संरक्षित एवं संचालित हैं जिनके आधार पर सरल एवं मुफ्त में परिवार नियोजन अपना रहे व्यक्तियों को सुविधा प्रदान करना है, जिनके माध्यम से स्वास्थ्य बीमा एवं पुरस्कृत राशि का भी प्रावधान है। सरकार द्वारा
आइए जानते हैं कुछ परिवार नियोजन के सरल एवं उपयोगी साधनों के बारे में जो सरकार द्वारा सभी सरकारी अस्पतालों एवं प्राइवेट अस्पतालों में पूरी तरह से मुफ्त उपलब्ध है। इतना ही नहीं इनमें से कुछ को अपनाने के लिए सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि भी वितरित की जाती है। 

* कंडोम :-
बच्चों में अंतर रखने का सबसे सुरक्षित और आसान तरीका, कंडोम का इस्तेमाल हमें कई तरह के यौन रोगों से और HIV/AIDS जैसी खतरनाक बीमारियों से बचाता है। * कंडोम पुरुष और महिलाओ दोनों ही के इस्तेमाल के होता है, पुरुष कंडोम आदमी इस्तेमाल के लिए होता है और महिला कंडोम महिलाओं के इस्तेमाल हेतु होता है। 

*मला-डी  या माला-एन :-
मला-डी  या माला-एन का प्रयोग महिलाओं द्वारा किया जाता है, जो बच्चों में अंतर रखने का आसान तरीका है इनका कोई दुष्परिणाम भी नहीं है, यह पूरी तरह से सुरक्षित है ये हार्मोन की गोलियां होती है इनको महिलाओं द्वारा मुंह से लिया जाता है। 

* E-pil :-
ये भी गर्भनिरोधक गोलियां होती हैं, जो इमरजेंसी के दौरान यूज़ की जाती हैं, है अंतरंग संबंध होने की 72 घंटों के भीतर प्रयोग करने के लिए होती है, जिनके इस्तेमाल से अनचाहे गर्भ ठहरने के डर से निजात मिलती है। 

* मल्टीलोड :-
मल्टीलोड का उपयोग महिलाओं के द्वारा किया जाता है, मल्टीलोड स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर या प्रशिक्षित दाई द्वारा लगाई जाती है। 

*गर्भनिरोधक इंजेक्शन :- 
यह इंजेक्शन स्वास्थ्य केंद्र या परिवार नियोजन केंद्रों में प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी या डॉक्टर द्वारा हर 1-3 महीनों के बाद महिलाओं को हार्मोन का एक इंजेक्शन दिया जाता हैं | अगला इंजेक्शन लगने तक गर्भ से सुरक्षा रहती है और इसे बिना किसी को पता लगे प्रयोग कर सकती हैं |

* पुरुष नसबंदी (Vasectomy):- परिवार नियोजन का यह विकल्प पुरुषों के लिए होता है। यह स्थायी साधन है इसके बाद पूर्ण रूप से गर्भ ठहरने का खतरा नहीं रहता। Vasectomy पुरुषों के लिए यह एक छोटा सा ऑपरेशन होता है। इस क्रिया से पुरुषों की शुक्रवाहक नलिका अवरुद्ध कर दी जाती है जिससे शुक्राणु वीर्य के साथ पुरुष लिंग तक न पहुँच सकें।

* महिला नसबंदी :-
महिला नसबंदी परिवार नियोजन का एक तरीका है जो पुरुषों की नसबंदी की भांति ही जिसके जरिए महिलाओं के गर्भधारण करने की क्षमता को बाधित कर दिया जाता है, महिला के अंडाशय से जिस नाली द्वारा अंडे गर्भाशय तक पहुंचते हैं उसे फैलोपिन ट्यूब कहा जाता है इसे या तो बंद कर दिया जाता है या बीच से काट दिया जाता है जिससे अंडेकर वाचक तक ना जा सके और गर्भधारण की स्थिति न बन सके।

आइए जानते हैं कुछ प्राकृतिक घरेलू एवं आयुर्वेदिक उपाय जो परिवार नियोजन के लिए गर्भनिरोधक का अवसान एवं सुलभ उपचार हैं। 

* नियमित स्तनपान :-
डिलीवरी के बाद यदि 8 महीने तक मां बच्चे को अपने दूध से अतिरिक्त कोई दूसरी वस्तु खाने के लिए नहीं दे रही है, अर्थात मां बच्चे को पूरी तरह से अपने दूध पर आश्रित रखती है तो ऐसी स्थिति में कोई भी गर्भनिरोधक उपाय करने की आवश्यकता नहीं होती, नियमित रूप से लगातार दूध पिलाने वाली मां को गर्भधारण का खतरा 99% नहीं रहता। 

* मासिक चक्र का ज्ञान :- 
मासिक चक्र के शुरू होने से 6 दिन पहले और मासिक चक्र के खत्म होने के 6 दिन बाद तक यदि बिना किसी गर्भनिरोधक के उपाय किए बगैर शारीरिक संबंध स्थापित किए जाते हैं तो गर्भ ठहरने का खतरा 99% नहीं होता। 

* हल्दी और दूध :- 
असुरक्षित यौन संबंध स्थापित करने के बाद यदि आप गर्भधारण नहीं करना चाहती हैं तो 3 दिन तक लगातार एक गिलास दूध में एक चम्मच हल्दी डालकर सुबह और शाम नियमित रूप से पी लेने पर गर्भ नहीं ठहर सकेगा। 

* हल्दी और गुड़ :- 
कच्ची हल्दी और गुड़ का चाय की तरह काढ़ा बनाकर सुबह-शाम लगातार तीन दिन पीने से असुरक्षित यौन संबंध स्थापित करने पर अनचाहा गर्भधारण नहीं हो पाएगा। 

* गाजर के बीज :- 
एक चम्मच गाजर के बीज को एक गिलास पानी में डालकर अच्छी तरह से उबालने के बाद 3 दिन तक सुबह शाम 1-1 कप तब पीना चाहिए जब आप असुरक्षित यौन संबंध बना चुके हैं लेकिन बच्चा नहीं चाहते, यह प्रयोग गर्भ नहीं धारण होने देगा। 

 *खूबकला और मुनक्का :- 
एक चम्मच खूबकला 6 मुनक्का में मिलाकर तवे पर गर्म करके तथा इसको गर्म दूध के साथ सुबह-शाम 3 दिनों तक असुरक्षित यौन संबंध स्थापित करने के बाद पीने से गर्भधारण की परेशानी से बचा जा सकता है। 

*पपीता के बीज :- 
पपीता के बीज को छाया में सुखाकर इन्हें पीसकर एक कांच के बर्तन में रख लीजिए, जरूरत पड़ने पर एक चम्मच पपीता बीज का पाउडर सुबह तथा एक चम्मच शाम को गर्म पानी के साथ लगातार तीन दिन सेक्स करने के बाद ले, गर्भधारण नहीं होगा। 

* लहसुन और इलायची :- 
इलायची और छह लहसुन की कलियां कोटकर सुबह-शाम पानी के साथ लेने से गर्भधारण की समस्या नहीं होती। 

* तुलसी के बीज :- 
100 ग्राम तुलसी के बीज लेकर पाउडर बना लें सुबह शाम एक एक चम्मच लेने से पुरुषों के वीर्य में स्पर्म की मात्रा कम हो जाती है, जिससे औरत को गर्भवती करने की पुरुष की शक्ति कम होती है।