पुदीना के फायदे, जानकर रह जाओगे हैरान की पुदीना सिर्फ खाने या निम्बू पानी बनाने के लिए ही नहीं होता, यह बीमारियों में रामबाण औसधि का काम करता है?

पुदीना के फायदे, जानकर रह जाओगे हैरान की पुदीना सिर्फ खाने या निम्बू पानी बनाने के लिए ही नहीं होता

पुदीना के फायदे से पहले जाने किस काम आता है?

पुदीना का नाम को नहीं जानता, अर्थात शायद ही कोई ऐसा इंसान हो जो पुदीना के गुणों के बारे में ना जानता हो, फिर भी आज हम पुदीना के बारे में आपको कुछ बताने के लिए आए हैं, पुदीना अपने अनोखे स्वाद के लिए तो जाना ही जाता है, लेकिन यह अपने औषधीय गुण के कारण भी बहुत प्रसिद्ध है, पुदीने की टहनी, पुदीने के पत्ते एवं पुदीने का तेल, अलग-अलग रूप में अलग-अलग तरह से अलग-अलग बीमारियों में, इस्तेमाल किया जाता है,

क्योंकि पुदीना एक औषधि होने के साथ-साथ एक खाद्य वनस्पति भी है, पुदीने का इस्तेमाल शरबत बनाने में, चटनी बनाने में, पकोड़ा बनाने में, सब्जी बनाने में, भुजिया बनाने में, पराठे बनाने में, और अन्य बहुत सारे स्वादिष्ट व्यंजन बनाने में पसीने का प्रयोग, बहुत अधिक किया जाता है, मुख्य रूप से पुदीने का उपयोग दंत-मंजन, टूथपेस्ट, चुइंगगम्स, माउथ फ्रेशनर, कैंडीज, इन्हेलर, दवाई आदि में किया जाता है। इसके अलावा भी आयुर्वेद में पुदीने का प्रयोग अन्य रोगों के इलाज में भी होता है। आज बात करते हैं पुदीने के विशेष गुणों के बारे में, क्योंकि पुदीना एक बहुत ही महत्वपूर्ण वनस्पति है, जो हमारी रसोई के साथ साथ हमारे स्वास्थ्य का भी विशेष ख्याल रखता है ।

पुदीना के फायदे से पहले जाने पुदीने का परिचय?

पुदीने का परिचय?

भारत ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व में पुदीने की कई प्रजातियां पाई जाती हैं, लेकिन जब हम औषधि के बारे में बात करते हैं तो इस पौधे की एक विशेष औषधि जिसे हम पुदीना मेंथा स्पीक्टा लिन्न( Mentha spicate Linn.) कहते हैं इसी का प्रयोग हम औषधि बनाने में करते हैं, इस पुदीने को पहाड़ी पुदीना भी कहा जाता है; क्योंकि यह पहाड़ी इलाके में अधिक होता है। आयुर्वेद के अनुसार, पुदीना (dried mint) कफ और वात दोष को कम करता है, भूख बढ़ाता है।

आप पुदीना का प्रयोग मल-मूत्र संबंधित बीमारियां और शारीरिक कमजोरी दूर करने के लिए भी कर सकते हैं।  पुदीना का प्रयोग जुखाम , खांसी, माइग्रेन , दर्द, चोट, दस्त, पेचिश, बुखार, पेट के रोग, लीवर, फेफड़े आदि विकार को ठीक करने के लिए भी उपयोग में लाया जाता है। विशेष तौर पर पुदीना का प्रयोग दंत-मंजन, टूथपेस्ट, चुइंगगम्स, माउथ फ्रेशनर, कैंडीज, इन्हेलर आदि में किया जाता है। जब हम इसकी पहचान की बात करते हैं, तो यह एक छोटा सा पौधा होता है जिसका बीज नहीं होता, इसकी जड़ों को काट काट कर जमीन में लगाया जाता है,

इसकी लंबाई अधिक नहीं होती, तथा यह जमीन पर बेल की तरह फैलता और थोड़ा सा 6 इंच से लेकर 1 फिट तक ऊंचा होता है, इसके पत्ते बहुत ही सुगंधित एवं हरे रंग के होते हैं, इसका गाना पहले हरा फिर हल्का बैंगनी रंग का हो जाता है, इसको हरा एवं सुखाकर दोनों तरह से प्रयोग कर सकते हैं, पुदीने का तेल निकालकर भी प्रयोग किया जाता है । अलग-अलग क्षेत्रों में पुदीने को अलग-अलग नामों से जाना जाता है लेकिन मुख्यतः पुदीना को मिंट या पुदीना के नाम से ही जाना जाता है ।

पुदीना के फायदे?

पुदीना के फायदे?

पुदीना के अपने बहुत ही कारगर औषधीय गुण हैं, आइए बात करते हैं, पुदीने के औषधीय गुणों के बारे में, आप भी पुदीना के कुछ गुणों के बारे में जानते होंगे लेकिन पुदीना के बारे में आज हम विस्तार से बात करने जा रहे हैं एवं आपको बताने जा रहे हैं पुदीने के उन गुणों के बारे में जिनके बारे में शायद आपने कभी सुना ही ना हो, क्योंकि पुदीना एक ऐसी वनस्पति है जो, मानव शरीर में उत्पन्न होने वाले सैकड़ों रोगों को ठीक कर सकता है,

वह भी इस बात का एहसास दिलाए बिना कि वह एक औषधि प्रयोग कर रहे हैं, क्योंकि पुदीना बहुत स्वादिष्ट होता है इसलिए यह खाने में बहुत अच्छा लगता है, जब हम इसे औषधि के रूप में प्रयोग करते हैं उस समय भी हमें लग रहा होता है कि जैसे हम भोजन कर रहे हो, यह अपने स्वाद के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हो।

* TB ( तपेदिक रोग ) मैं पुदीना के फायदे:-      
TB के लोगों को चाहिए कि पुदीना का तेल गर्म पानी में डालकर रात को सोने से पहले, भाप का सेवन करें, यह प्रयोग सीने एवं गले में जमे हुए बलगम को उखाड़ कर बाहर निकालता है, तथा सांस लेने में हो रही परेशानी को समाप्त करता है। TB के रोगी को खाने के साथ पुदीना की चटनी जरूर देनी चाहिए, यह खाना पचाने में बहुत ही सहायक होता है, एवं भूख भी बढ़ाता है।
 
* बिच्छू के काटने पर पुदीना के फायदे:-   
यदि किसी व्यक्ति को बिच्छू द्वारा काटा गया है तो आपको जल्दी से जल्दी किसी भी रूप में पुदीने का इस्तेमाल करना चाहिए, जिस जगह पर बिच्छू के काटे का निशान है उस जगह पर पुदीने की हरी पत्तियों को चटनी बनाकर लगा देना चाहिए, हरे पत्तों की चटनी सबसे ज्यादा कारगर होती है बिच्छू काटे का दर्द कम करने के लिए, यदि हरी पत्तियां नहीं मिलती तो सुखी पुदीने की पत्तियों की चटनी बना कर भी बिच्छू के काटे हुए पर लगा सकते हैं, पुदीने की पत्ती ने मिलने की सूरत में पुदीने का तेल भी इस्तेमाल किया जा सकता है, क्योंकि बिच्छू के काटे का असर बहुत देर तक रहता है वह दर्द पूरे नसों में फैल जाता है, इसके लिए चाहिए कि आप पुदीना तेल के कैप्सूल ताजे पानी के साथ निकल लीजिए, यह बिच्छू काटे के दर्द से तुरंत निजात दिलाएगा।

* जुकाम में रामबाण है पुदीना के फायदे:-     
यदि किसी को जुकाम हुआ है तो जुकाम को एकदम से ठीक करने के लिए, पुदीना का इस्तेमाल करना बहुत ही लाभप्रद होता है, तथा यह कुछ ही समय में जुखाम को बिल्कुल ठीक कर देता है, नहाने से पहले पुदीने के तेल की दो बूंदे अपनी उंगलियों के ऊपर ले, और नाक के अंदर अच्छे से लगा ले, नाक के अंदर पुदीने का तेल लगाने के बाद उन्हीं हाथों को नाक के ऊपर और गर्दन के ऊपर भी घुमा लीजिए, फिर ठंडे पानी से स्नान कर लीजिए, सुबह-शाम दो बार नहाने से ही आपका जुकाम 100% ठीक हो जाएगा ।

* गर्मी में नहाने के लिए पुदीना के फायदे:- 
यदि मौसम बहुत गर्म है और आपको बहुत अधिक गर्मी लग रही है, तो ऐसी स्थिति में आपको चाहिए कि आप, पुदीने की तेल की चार बूंदे अपने हाथों की हथेलियों पर रखकर, आपस में रगड़ कर अपनी हथेलियों को पूरे शरीर पर लगा लीजिए, अब ठंडे पानी से नहा लीजिए, नहाने का ऐसा एहसास अपने जीवन में कभी महसूस नहीं किया होगा, नहाते नहाते आपको एहसास होगा जैसे आप बर्फ के पानी से नहा रहे हैं आपको, सर्दी लगने लगेगी और घंटों तक आपको गर्मी का अहसास तक नहीं होगा।

* लू ( गर्म हवा ) से बचने के लिए पुदीना के फायदे:-       
गर्मी के मौसम में चलने वाली गर्म हवाओं से बचने के लिए पुदीने का प्रयोग सर्वोत्तम औषधि के रूप में जाना जाता है, इसके लिए आप पुदीना को किसी भी प्रकार से प्रयोग कर सकते हैं जैसे – पुदीने की चटनी बना कर, पुदीने का जलजीरा बनाकर, या नींबू के साथ पुदीने का शरबत बनाकर, पुदीना को कच्चा, चबा कर, यदि ब्याज के साथ मिलाकर पुदीना खाया जाए तो गर्मी के मौसम में यह गर्मी की पलकों को लगभग समाप्त कर देता है ।

* पेट दर्द में पुदीना के फायदे:-         
फूड पॉइजन या गैस के कारण हुआ पेट में दर्द बहुत ही घातक और तीव्र होता है, इससे बचने के लिए चाहिए कि पुदीने के तेल की दो बूंदे एक गिलास पानी में डालकर पी जाएं, आप पाएंगे कि कुछ ही सेकंड में आपके पेट का दर्द पूरी तरह से ठीक हो जाएगा, यह फूड पॉइजन के प्रभाव को निष्क्रिय करता है एवं लिवर पर होने वाले इस प्रभाव को नष्ट करता है।

* पेट की गैस के लिए पुदीना के फायदे:-   
पेट में होने वाली गैस को पुदीने की सहायता से समाप्त किया जा सकता है, यदि आपके पेट में गैस बन रही है, तो पुदीना की दो टहनी तोड़कर उनको जब आ जाइए, एक गिलास गुनगुना पानी पी लेंगे तो वह बहुत ज्यादा असरकारी होगा, पुदीना के सेवन के बाद कुछ ही मिनटों में गैस से निजात मिल जाएगी।

*बच्चे को निमोनिया मैं पुदीना के फायदे:-       
मिंट का एक बूंद तेल अपनी हथेली पर ले, और उसे बच्चे के गले एवं सीने पर अच्छे से लगाकर, गर्म कपड़े पहना दे, दो से तीन ही दिन में बच्चे का निमोनिया पूरी तरह से ठीक हो जाएगा, यदि बच्चे की नाक बंद है तो गर्म पानी में चार बूंद मिनट के डालकर बच्चे को भाप देनी चाहिए ।

* मासिक धर्म के दौरान दर्द मैं पुदीना के फायदे:-       
मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द के निवारण हेतु एक गिलास गुनगुने पानी में दो बूंद पुदीना के तेल की डालकर पी जाना चाहिए, इससे आप देखेंगे कि कुछ ही मिनटों में आपके मासिक धर्म के दौरान हुआ दर्द बिल्कुल ठीक हो जाएगा, मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द से बचने के लिए पुदीने का तेल बहुत कारगर साबित होता है।

* मुंह में छालों के लिए पुदीना के फायदे:-       
मुंह में छालों के निवारण हेतु पुदीने का तेल बहुत ही असरकारक साबित होता है, यदि किसी के भी मुंह में छाले हैं तो पुदीने के तेल की दो बूंदे या चावल के 2 दाने के बराबर मिंट मुंह में डालकर कुछ देर मुंह को बंद रखें, और फिर मुंह को नीचे झुका दे, मुंह से लार को बहने दे मात्र एक बार के प्रयोग से मुंह के छाले ठीक हो जाते हैं । ताजे पानी में मिनट की दो बूंद डालकर भी पीनी चाहिए ।

* दांत का दर्द के लिए पुदीना के फायदे:-     
यदि किसी के दांत में दर्द है तो उसके लिए पुदीना का तेल काफी कारगर साबित होता है, पुदीने का तेल मात्र एक बूंद दर्द हो रहे दांत पर लगाने से कुछ ही सेकंड में दांत का दर्द गायब हो जाता है, दांत के दर्द से बचने के लिए, गुनगुने पानी में पुदीने का तेल डालकर कुल्ला भी करना चाहिए ।

* कान दर्द में पुदीना के फायदे:-     
कान में दर्द होने पर पुदीने का इस्तेमाल करें, पुदीना के इस्तेमाल से कान का दर्द कुछ ही मिनटों में ठीक हो जाता है। क्योंकि पुदीना एंटीसेप्टिक का काम भी करता है, इसलिए पुदीना के पत्ते हथेली से रगड़ कर, पुदीना का रस कान में डालने से कान का दर्द बिल्कुल ठीक हो जाता है ।

* सर दर्द में पुदीना के फायदे:-     
क्योंकि पुदीने की तासीर बहुत ही ठंडी होती है, इसलिए सर के दर्द के लिए पुदीना एक बहुत ही आदर्श औषधि का काम करता है, पुदीने की पत्तियों का पेस्ट बनाकर, जिस व्यक्ति के सर में दर्द हो रहा है उसके माथे पर इस पेस्ट को लगाकर उस व्यक्ति को ठंडी जगह पर लेटा दें, आप देखेंगे कुछ ही मिनटों में सर का दर्द गायब हो जाएगा, या मिंट का तेल दो बूंद तेल माथे पर लगा कर, ठंडे पानी की पट्टियां माथे पर रखने से सर का दर्द से कंडोम छूमंतर हो जाता है ।

* उल्टी में पुदीना के फायदे:-         
यदि किसी व्यक्ति को उल्टी बहुत लग रही है तो उसे चाहिए कि वह प्याज के साथ पुदीने की चटनी बनाकर खा ले आप देखेंगे कि कुछ ही समय में उल्टी पूरी तरह बंद हो जाएगी, और उल्टी के कारण खराब हुआ गला भी ठीक हो जाएगा । गर्भवती महिला को चाहिए कि जब उनका उल्टी का मन करें, उस वक्त वह पुदीने की कुछ पत्तियों को चबाकर खा ले, इससे उल्टी लगने की उनकी समस्या दूर हो जाएगी।

* अस्थमा रोगी के लिए पुदीना के फायदे:-       
अस्थमा के रोगियों के लिए पुदीने का तेल या मिंट बहुत ही कारगर औषधि है, गर्म तवे के ऊपर थोड़ा सा मिंट डालकर इसे सूंघने से फेफड़ों में जमे बलगम बाहर निकल जाती है एवं फेफड़े साफ हो जाते हैं, जिसके कारण सांस लेने की परेशानी में कमी आती है, अस्थमा के मरीजों को चाहिए कि वह रात को सोते समय विशेष तौर पर सर्दी के मौसम में, मिंट के तेल के धुए का सेवन जरूर करें ।