शहद के फायदे, एक छोटी सी चीज पर इतनी सारी बीमारियों की अकेली दवाई है शहद, क्या आप भी जानना चाहते है, तो आइये जानते है?

सारी बीमारियों की अकेली दवाई है शहद

शहद के फायदे से पहले चलिए जानते है, शहद के बारें में?

अगर हम शहद के फायदे की बात करें तो, शहद एक बहुत ही गुणकारी पदार्थ है, आयुर्वेद में इसे औषधि माना गया है, शहद का उपयोग आप किसी भी रुप में करें यह आपकी सेहत के लिए उतनी ही फायदेमंद है। इसके इस्तेमाल से पहले यह ज़रुर पता लगा लेना चाहिए कि उपयोग में लाया जा रहा शहद असली है या मिलावटी,क्योंकि यदि आप मिलावटी शहद का प्रयोग खाने या औषधि के रूप में करते हैं, तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही नुकसानदायक साबित हो सकता है,

देखा गया है कि शहद की क्वालिटी को लेकर सभी लोग असमंजस में रहते हैं, क्योंकि शायद की क्वालिटी को चेक करने के लिए कोई सटीक पैमाना सभी को मालूम नहीं है, शहद की शुद्धता को मापने के लिए कई प्रयोग है जिनके आधार पर हम शायद की शुद्धता का पता लगा सकते हैं, शहद का प्रयोग करके हम अपने स्वास्थ्य को पूरी तरह से ठीक रख सकते हैं यदि हमें शहद के सही इस्तेमाल एवं सही गुणों के बारे में जानकारी है,

तो क्योंकि शहद का उत्पादन मधुमक्खियों के द्वारा किया जाता है, यह विभिन्न फूलों से रस चूस कर एकत्रित किया हुआ मधुमक्खियों द्वारा वह भोजन है जिसके द्वारा, आपातकाल में मधुमक्खियां अपना जीवन यापन करने हेतुअपने छत्तो में इकट्ठा करती है, यह भिन्न भिन्न प्रकार की मक्खियों द्वारा भिन्न-भिन्न क्वालिटी का होता है, वैसे तो हर प्रकार का शायद औषधि के लिए प्रयोग किया जाता है लेकिन छोटी मधुमक्खी ( देसी मधुमक्खी ) का शहद औषधि के लिए सबसे उत्तम माना जाता है।
 

शहद के फायदे से पहले, आओ जाने कैसे करें शहद की शुद्धता की पहचान?

आओ जाने कैसे करें शहद की शुद्धता की पहचान?

शहद की शुद्धता की पहचान करने के लिए हम पारंपरिक तरीकों को अपनाते हैं जिनके आधार पर हम शायद की शुद्धता की पहचान करते हैं, आइए जानें कुछ उन तरीकों के बारे में जिनको अपनाकर हम शहद की शुद्धता का पता लगा सकते हैं । साधारण तो हम असली और नकली शहद का पता लगाने में धोखा खा जाते हैं, क्योंकि बाजारों में लोग नकली शहद को धड़ल्ले से असली शहद कह कर देख रहे हैं,

इसलिए असली शहद की पहचान करना हमारे लिए बहुत जरूरी हो जाता है, यदि हमें असली शहद के बारे में जानकारी है तो हम उसके औषधीय गुणों का भरपूर लाभ उठा सकते हैं, इसके विपरीत यदि हमें शहद के फायदे लेने के लिए हमें शहद के बारे में सटीक जानकारी नहीं है तो हम खाने में या औषधि में नकली या मिलावटी शहद के प्रयोग से इसके दुष्परिणामों का शिकार हो सकते हैं।

*सिरका करें शहद की शुद्धता की जांच:-    
पानी और सिरका से किस प्रकार करें शुद्ध शहद की जांच आइए जानते हैं विधि को, कांच का गिलास या कटोरी में एक बड़ा चम्मच शहद, 2-3 बूंद सिरका और थोड़ा-सा पानी डालकर मिला लें। 2-3 मिनट बाद आप देखेंगे कि यदि इसमें से झाग उठने लग जाएंगे तो आपको समझ जाना चाहिए कि यह शायद में मिलावटी है ।

*साधारण मक्खी से करें शहद की शुद्धता की जांच:- 
साधारण मक्खी जो घर में रहती हैं, इस मक्खी को पकड़कर शहद में डुबो दिया जाए, यदि शहद शुद्ध है तो यह मक्खी शहद से बाहर निकलकर उड़ जाएगी, लेकिन यदि मधुमक्खी शहद से बाहर नहीं निकल पा रही है और उड़ भी नहीं पा रही है तो, यह क्रिया शहद की शुद्धता के ऊपर प्रसन्न चिन्ह लगा देती है, कहने का मतलब है यदि शहद से निकलकर मक्खी उड़ती नहीं है तो यह शहद नकली या मिलावटी है,

*ब्रेड के माध्यम से करें शहद की शुद्धता की जांच:-    
यदि शहद को ब्रेड के ऊपर लगाया जाए तो यह शहद की शुद्धता और शुद्धता को कुछ ही देर में प्रमाणित कर देता है, क्योंकि यदि शुद्ध शहद को ब्रेड के ऊपर लगा जाए, तो यह ब्रेड ब्रेड के जिस हिस्से पर लगाया जाए गया है उसी से को कठोर बना देता है, जबकि मिलावटी शहद को यदि ब्रेड के ऊपर लगाया जाए,तो यह ब्रेड को जिस हिस्से पर लगाया जाए उसी से को नर्म कर देता है ।
 
*आंच पर पकाकर करें शहद की शुद्धता की जांच:-  
 
एक कटोरी में थोड़ा-सा शहद लेकर उसे आज के ऊपर पकाया जाए, इसकी चासनी लगाकर इसको जमा दिया जाए, यदि जमा हुआ शहद शीशे की तरह पारदर्शी है तो शहद शब्द है, और यदि यह पारदर्शी नहीं है तो यह शहद मिलावटी है, शुद्ध शहद आंच पर पकाए जाने के बाद कड़वा लगता है जबकि मिलावटी शहद मीठा लगता है।

*गर्म पानी कर देगा असली-नकली शहद को पहचान:-

शहद की पहचान करने का सबसे अच्छा और सरल तरीका गर्म पानी है। इसके लिए कांच की गिलास या कटोरी में गर्म पानी भर लें। इसमें एक चम्मच शहद डालें। अगर यह पानी में घुल जाता है तो समझिए शहद मिलावटी है। वहीं अगर यह मोटी तार बनाता हुआ बर्तन की तली में बैठ जाता है, तो यह असली है। मिलावटी शहद बनाने के लिए अक्सर चीनी या गुड़ को प्रयोग में लाया जाता है। अत: यह पानी में घुल जाता है।

*शहद की कठोरता है शहद की प्रमाणिकता:-

सर्दी के मौसम में अक्सर शहद जम जाया करती है, यदि शहद जमकर चीनी जैसी हो जाए या मुंह में डालने के बाद यह कुछ कठोर महसूस होती हो जाए तो, यह शहद मिलावटी है, लेकिन यदि शहद जमने के बाद भी देसी घी की तरह नरम रहता है, तो यह सिद्ध करता है कि यह शायद शुद्ध एवं असली है।
 

शहद के फायदे से पहले, शहद को क्यों माना गया है औषधि?

आयुर्वेद में शहद को एक दिव्य औषधि माना गया है आइए जानते हैं इस सच के बारे में कि शहद को औषधि क्यों माना गया है, हमारे शरीर के लिए बहुत ही आवश्यक पोषक तत्व जैसे खनिज एवं विटामिन शायद में भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, विशेष रूप से शहद में सरोज पाया जाता है, इसके अलावा इसमें कार्बोहाइड्रेट, राइबोफ्लेविन, नायसिन, विटामिन बी-6, विटामिन सी और एमिनो एसिड भी पाए जाते हैं।

एक चम्मच (21 ग्राम) शहद में लगभग 64 कैलोरी और 17 ग्राम शुगर (फ्रक्टोज, ग्लूकोज, सुक्रोज एवं माल्टोज) होता है। शहद में फैट, फाइबर और प्रोटीन बिल्कुल भी नहीं होता है। स्वास्थ्य के लिए आवश्यक इन गुणों के आधार पर आयुर्वेद में शहद को एक दिव्य औषधि की उपाधि प्राप्त है।

आइए जानें शहद के फायदे?

 शहद के फायदे?

जैसा कि हमने पहले ही बताया है कि देसी मधुमक्खियों द्वारा बनाया गया शायद ही औषधि में प्रयोग करने के लिए सर्वोत्तम माना जाता है, इसलिए कोशिश होनी चाहिए कि औषधियों में प्रयोग करने के लिए देसी मधुमक्खियों का ही शहद इस्तेमाल करें, क्योंकि देसी मधुमक्खियों का शहद अपने आप में एक सर्वोत्तम औषधि है जो विभिन्न रोगों के लिए बहुत ही कारगर साबित होता है।

*खांसी में शहद के फायदे:-          
जिन व्यक्तियों को खांसी की शिकायत है उन लोगों को चाहिए कि वे रात को सोने से पहले एक गिलास तेज गर्म पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर, सिप-सिप करके पिए, इस विधि द्वारा पिया गया शहद गले की खराश भी ठीक करता है, और खांसी में भी बहुत आराम पहुंचाता है। लेकिन यदि इस विधि से खांसी में आराम नहीं लग रहा है तो अमरूद के पत्तों का एक चम्मच पेस्ट बनाकर उसमें एक चम्मच शहद मिलाकर सुबह,दोपहर, शाम,दिन में तीन बार चाटने से, मात्र 2 से 3 दिन में खासी पूरी तरह ठीक हो जाती है।

*याददाश्त बढ़ाने के लिए शहद के फायदे:-    
हर मां बाप को चाहिए कि वह अपने बच्चे को रोजाना सुबह के समय ताजी दही के साथ एक चम्मच शहद मिलाकर पिलाएं एवं शाम के समय, गर्म दूध के साथ एक चम्मच शहद मिलाकर रोजाना पिलाएं, इससे बच्चे का दिमाग तेज होगा याददाश्त मजबूत होगी एवं स्मरण शक्ति बहुत बढ़ेगी ।
 
*वजन कम करने के लिए शहद के फायदे:-
जिन लोगों का वजन अधिक है या जिन लोगों को मोटापे की समस्या है, उन लोगों को चाहिए कि वह सुबह के समय, हर रोज एक गिलास पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर,सुबह खाली पेट नियमित रूप से सेवन करें, इस प्रयोग से शरीर में किसी प्रकार की नकारात्मकता नहीं आएगी एवं यह आपके शरीर के वजन को ही कम करेगा।
 
*कब्ज की समस्या दूर करने के लिए शहद के फायदे:-       
जिन लोगों को कब्ज की समस्या अधिक रहती है उन लोगों को चाहिए कि वह रात को सोते समय गुनगुने दूध में एक चम्मच शहद डालकर पिए, पेट में होने वाली कब्ज की समस्या से छुटकारा मिलेगा। कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए शहद सबसे कारगर एवं सरल उपाय है।
 
*रूखी त्वचा के लिए शहद के फायदे:-  
जिन लोगों की त्वचा रूखी एवं खुरदरी है उन लोगों को चाहिए कि वे नहाने से पहले एक चम्मच शहद अपनी हथेली पर ले, और उसे हथेली के माध्यम से पूरे शरीर पर लगा ले, थोड़ी देर हल्के हाथों से मसाज करने के बाद ताजे पानी से नहा लेना चाहिए, अब आप देखेंगे कि आपकी त्वचा बहुत ही चमकदार और स्मूथ हो जाएगी।
 
*रूखे और बेजान बालों के लिए शहद के फायदे:-        
यदि आप केवल रूखे और बेजान है तो ऐसी स्थिति में एक चम्मच सिरके में एक चम्मच शहद मिलाकर नहाने से 10 मिनट पहले सर में लगा लीजिए, नहाते समय सर को बिना शैंपू या साबुन की सहायता के धोए, यह प्रयोग बालों को खूबसूरत एवं चमकदार बनाता है, तथा दो मुहे बालों को भी ठीक करता है ।

*आंखों के मोतिया मे शहद के फायदे:-            
यदि किसी की आंखों में मोतियाबिंद है तो उनके लिए शहद बहुत ही उपयोगी औषधि है, देसी मधुमक्खी का शहद रोजाना सुबह-शाम आंखों में डालने से आंखों का मोतिया कटता है, देसी मधुमक्खी के शहद के फायदे आंखों के लिए बहुत ही व्यापक हैं, 

*जैसे:-

1. आंखों की रोशनी को बढ़ाता है,

2. आंखों का मोतिया काटता है,

3. आंखों से पानी बहने की शिकायत को बंद करता है,

4. आंखों की लाली को खत्म करता है,

5. आंखों की जलन को दूर करता है,

6. आंखों में होने वाली खुजली को खत्म करता है,

7. आंखों की खुश्की को खत्म करता है,

8. आंखों के हर प्रकार के घाव को भरता है,

9. आंखों का फोकस बनाने में मदद करता है।
 
*अनिद्रा दूर करने में शहद के फायदे:-     
जिन व्यक्तियों को अनिद्रा की शिकायत है, वह रात को सोते समय दूध के साथ शहद का सेवन करें, तथा दोनों आंखों में शहद की एक एक बूंद डालकर बिस्तर पर लेटे, इन प्रयोग के माध्यम से आप देखेंगे कि कुछ ही देर में आपको सुख पूर्वक नींद की अनुभूति होगी।

*सर्दी एवं जुकाम के लिए शहद के फायदे:-      
जिन लोगों को सर्दी एवं जुकाम की समस्या अधिक रहती है, उनको चाहिए कि वह अदरक को शहद के साथ मिलाकर खाएं, इस प्रयोग से सर्दी की समस्या भी दूर होगी और जुकाम की समस्या भी नहीं रहेगी । वैसे तो शायद की तासीर ठंडी है लेकिन यह अदरक के साथ मिलकर सर्दी और जुकाम दोनों से ही लड़ने में बहुत ही कारगर होता है।

*त्वचा के कटने या छिलने पर शहद के फायदे:-         
यदि कहीं से त्वचा पर कट या छिल जाए तो उसके ऊपर शहद लगा लेना बहुत ही कारगर होता है क्योंकि शहद के अंदर एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते हैं, एंटीसेप्टिक गुण होने के कारण यह कटे छिले के ऊपर सकारात्मक प्रभाव डालता है, और किसी तरह का संक्रमण नहीं होने देता ।