आंवला के फायदे, यक़ीन नहीं होगा की आंवला के इतने सारे फायदे भी होते है, छोटा सा फल बीमारियों के लिए ब्रह्मास्त्र, ऐसा क्या है इसमें?

आंवला के फायदे ( Benefits of Amla )
से पहले चलिए इसके बारे में समझते है?
आंवला के फायदे से पहले आंवला क्या है, इसका परिचय एवं इसके फायदों के बारे में बात करें तो हम पाते है कि आंवला को आयुर्वेद में अमृतफल या धात्रीफल कहा गया है। वैदिक काल से ही आंवला का प्रयोग औषधि के रूप में किया जा रहा है। रसायन उस दिन आऊंगा को सबसे अच्छा माना जाता है, चरक संहिता की माने तो आंवला में आयु बढ़ाने, बुखार कम करने, खांसी ठीक करने और कुष्ठ रोग का नाश करने वाली औषधि बनाने के लिए आंवला का विशेष उल्लेख मिलता है।
इसी तरह सुश्रुत संहिता में आंवला को अधोभागहर संशमन औषधि बताया गया है, आयुर्वेद के अनुसार यदि कहा जाए कि आंवला वह औषधि है, जो शरीर के दोष को मल के द्वारा बाहर निकालने में मदद करता हैं, तो यह 100% सत्य सिद्ध होता है, क्योंकि इस पृथ्वी पर जितनी भी औषधियां हैं उन सभी औषधियों में आंवला एकमात्र ऐसी औषधि है, जिसका कोई भी भाग व्यर्थ नहीं होता, आंवला को हम चाहे किसी भी रूप में प्रयोग करें, आंवला में प्रचुर मात्रा में विटामिन, मिनरल, और न्यूट्रिएन्ट्स होते हैं, जो आंवला को अनमोल गुणों वाला बनाते हैं।
आंवला के गुण कभी कम नहीं होते, इसको जलाकर इसकी राख का प्रयोग करें, इस का मुरब्बा बनाकर प्रयोग करें, इसका अचार बनाकर प्रयोग करें, इसका चटनी में प्रयोग करें, सब्जी बनाने में इसका प्रयोग करें, या यूं कहें कि आंवले का प्रयोग हम किसी भी रूप में करें तो इसके गुण कभी कम नहीं होते, बालों की सुंदरता बढ़ाने के लिए, बालों का झड़ना रोकने के लिए, बालों में सफेदी को रोकने के लिए, बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोकने के लिए,
शरीर में सुस्ती एवं स्मृति बनाए रखने के लिए, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए, बुखार कम करने के लिए, खांसी कम करने के लिए, अस्थमा की रोकथाम के लिए, पीलिया की रोकथाम के लिए, शारीरिक शक्ति बढ़ाने के लिए, मानसिक दृढ़ता बढ़ाने के लिए, आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए, पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए, खून बढ़ाने के लिए, शरीर में किसी भी बीमारी की रोकथाम के लिए आंवले का प्रयोग किया जा सकता है, पूरी पृथ्वी पर आंवला एक ऐसी दिव्य औषधि है, जिसमें किसी प्रकार का कोई अवगुण विद्यमान नहीं है।
आंवला के फायदे के साथ इसके अलग- अलग स्थानों पर इसके नाम?
हम आंवला के नामों की बात करें तो विभिन्न क्षेत्रों में आंवला को अलग अलग बहुत से नाम से भी पुकारा जाता है।
* जैसे:-
1. आमला,
2. आँवला,
3. आंवरा,
4. आंबला औरा,
5. आमला,
6. आमल राज,
7. अमलेश,
8. आमली,
9. आमले,
10. इंडियन गूसबेरी,
11. नाल्लिका,
12. नल्ली मारम,
13. आमरज,
आदि बहुत से नाम जो अलग-अलग क्षेत्रों अलग-अलग भाषाओं में आंवला के लिए प्रयोग किए जाते हैं ।
आंवला के फायदे के साथ आंवला का परिचय एवं पहचान?

आंवला का पेड़ बिल्कुल इमली के पेड़ की तरह होता है, इसकी पत्तियां तने सभी की बनावट बिल्कुल इमली के पेड़ की जैसी होती है, आंवला पेड़ पर बच्चों के रूप में लगता है, पेड़ पर आंवला बच्चों के रूप में 15, 20 यहां तक की 50 आंवले तक भी एक गुच्छे में आंवले मिल जाते हैं। यह हरे रंग का और हल्के हरे रंग का होता है, इसका आकार गोल होता है, तथा इसके अंदर एक सख्त गुठली होती है, यह स्वाद में खट्टा होता है,
तथा विटामिन सी से भरपूर होता है, आंवला में प्रचुर मात्रा में विटामिन, मिनरल, और न्यूट्रिएन्ट्स होते हैं, जो आंवला को अनमोल गुणों वाला बनाते हैं। आंवला का प्रयोग किसी भी बीमारी की औषधि बनाने के लिए कर सकते हैं, आंवले का तेल, आंवले की छाल, आंवले की पत्तियां, आंवले का फल, आंवले की गुठलीया, आंवले का रस, आंवले की राख( भस्म ), जहां तक आंवले का धुँवा भी औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है।
आईए जानते हैं विटामिन-सी से भरपूर आंवला के फायदे?

आईए जानते हैं विटामिन-सी से भरपूर आंवला, आंखों, बालों और त्वचा के लिए तो फायदेमंद है ही, इसके यह अलावा कुछ अनमोल फायदे जो बिल्कुल अमृत के समान हैं। अगर आप नहीं जानते आंवले के यह फायदे, तो जरूर जानिए आंवला खाने के कौन-कौन से फायदे होते हैं और आंवला खाने से हम अपने तन मन को कैसे स्वस्थ रख सकते हैं।
* डायबिटीज में आंवला के फायदे:-
डायबिटीज के मरीजों के लिए आंवला किसी अमृत औषधि से कम नहीं है मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए आंवला बहुत काम की चीज है। मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति अगर आंवले के रस का प्रतिदिन नियमित रूप से शहद के साथ सेवन करे तो बीमारी से व्यक्ति नहीं बल्कि व्यक्ति से शुगर की बीमारी डरेगी ।
* एसिडिटी की समस्या में आंवला के फायदे –
यदि किसी इंसान को लगातार एसिडिटी की समस्या रहती है तो उसे चाहिए कि वह आंवला का सेवन करें, क्योंकि डायबिटीज के समस्या में आंवला एक बहुत ही कारगर औषधि का काम करता है, एसिडिटी की समस्या में आंवला बेहद फायदेमंद होता है। आंवले का पाउडर पाउडर यदि गुड़ के साथ मिलाकर खाया जाए, या इसे गुड की बराबर मात्रा के साथ पानी में डालकर पिया जाए तो यह है एसिडिटी की समस्या को खत्म करता है। सुबह के समय खाली पेट आंवले का जूस सेंधा नमक मिलाकर पीने से पेट की सारी समस्याओं से निजात मिल जाती है।
* आंखों की परेशानी में आंवला के फायदे –
आंखों में होने वाली किसी भी प्रकार की समस्या के लिए आंवला बहुत ही उपयोगी फल है, जो व्यक्ति आंवला का नियमित रूप से इस्तेमाल करते हैं उनकी आंखों की देखने की शक्ति कभी कम नहीं होती, नियमित रूप से आंवला का किसी भी रूप में इस्तेमाल करने से आंखों में किसी प्रकार का कोई भी रोग नहीं होता, जिन लोगों को आंखों के आगे उठते और बैठते वक्त अंधेरी आती है, उन लोगों को चाहिए कि वह नियमित रूप से आंवला का इस्तेमाल आज ही से शुरूकर दें, कुछ ही दिनों में आंवले का असर देखकर आप खुद हैरान रह जाएंगे।
* बालों की समस्या में आंवला के फायदे –
विटामिन सी और इ की मौजूदगी के रहते आंवला हमारे बालों के लिए सर्वोत्तम पोषक तत्व एवं सर्वोत्तम औषधि है, यदि किसी व्यक्ति को बाल संबंधित रोग होता है जैसे बालों का झड़ना, बालों का टूटना, सर में गंजापन, बालों का उम्र से पहले सफेद होना, कहने का मतलब है कि बालों में किसी प्रकार का कोई भी रोग यदि किसी व्यक्ति को है तो उसे चाहिए कि वह आंवला का इस्तेमाल नियमित रूप से करें,
सर में लगाने के लिए शुद्ध आंवले के तेल का इस्तेमाल करें, भोजन के रूप में आंवले का इस्तेमाल आप किसी भी रूप में कर सकते हैं जैसे आंवले की चटनी बनाना, सब्जी में आंवले को डालना, आंवले का मुरब्बा, आंवले का अचार, आमला का जूस, जावला को कच्चा भी खाया जा सकता है अब किसी भी रूप में आंवले का इस्तेमाल करें, हमारे बालों के लिए आंवला एक दिव्य औषधि है यह बालों के हर प्रकार के रोग को दूर करता है।
* त्वचा के लिए आंवला के फायदे –
त्वचा को एलर्जी से बचाने के लिए, त्वचा में ढीलापन की समस्या से बचने के लिए, त्वचा पर गर्मी, सर्दी एवं बरसात के प्रभाव को कम करने के लिए, आंवले का इस्तेमाल बहुत ही जरूरी है, क्योंकि आंवला का सबसे बड़ा गुण यह है कि यह रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करने का काम करता है, इसलिए हमें चाहिए कि हम आंवला का नहीं मित्रों से सेवन करें, आंवला को सेवन करने के लिए कोई विशेष विधि जरूरी नहीं है, आमला में कमाल का गुण यह है कि आंवला को किसी भी रूप में आप किसी भी तरीके से सेवन करें यह अपने गुणों का शरीर के ऊपर शत-प्रतिशत प्रभाव डालता है,
* पथरी की समस्या में आंवला के फायदे-
जिन व्यक्तियों को पथरी की समस्या है, उन्हें चाहिए कि वह प्रतिदिन आंवला का इस्तेमाल करें, आंवले का जूस एवं मूली का जूस बराबर मात्रा में, कहने का मतलब है कि आधा गिलास आंवले का जूस और आधा गिलास मूली का जूस मिलाकर, प्रतिदिन यदि नियमित रूप से सुबह के समय खाली पेट किया जाए तो मात्र 2 सप्ताह में, गुर्दे में मौजूद 20 एमएम की पथरी को गला कर पेशाब के रास्ते बाहर कर देता है ।
* खून की कमी में आंवला के फायदे –
जिन व्यक्तियों को खून की कमी है उन लोगों को चाहिए कि वह आंवले का इस्तेमाल करें, विशेष तौर पर गर्भवती महिलाओं के लिए आंवला का प्रयोग बहुत ही फायदेमंद है, जिन व्यक्तियों में खून की कमी है यदि वह आमला के फायदे उठाना चाहते हैं तो, उन्हें चाहिए कि वह आधा गिलास चुकंदर के जूस के साथ आधा गिलास आंवला का जूस मिलाकर, प्रतिदिन सुबह के समय सेवन करें, पहले ही दिन से हिमोग्लोबिन में वृद्धि का सिलसिला आरंभ हो जाएगा ।
* भूलने की समस्या में आंवला के फायदे –
जिन व्यक्तियों को भूलने की समस्या है, उन्हें चाहिए कि वह आंवला के फायदे जरूर ले, इसके लिए उन्हें करना यह पड़ेगा कि आंवला का मुरब्बा सुबह के समय दही के साथ, एवं रात के समय दूध के साथ, नियमित रूप से इस्तेमाल करें , आंवला के मुरब्बे का इस्तेमाल गर्मी, सर्दी, बरसात किसी भी मौसम में किया जा सकता है, आंवला प्रकृति की देन एक ऐसी सेवियर औषधि है कि यह शरीर में किसी प्रकार का कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं छोड़ती,
* वजन कम करने के लिए आंवला के फायदे –
जिन लोगों में वजन अधिक होने की समस्या है, उन लोगों को चाहिए कि वह आंवले का प्रयोग करके अपने वजन को कम कर ले, वजन कम करने के लिए नियमित रूप से सुबह के समय सेंधा नमक मिलाकर आंवले का रस आंच पर गुनगुना करके पीने से शरीर का वजन बहुत तेजी के साथ कम होना शुरू हो जाता है । इस प्रयोग से शरीर में किसी तरह की कोई कमजोरी नहीं आती, नहीं शरीर में किसी तरह की कोई हानि ही पहुंचती है, शारीरिक ऊर्जा ज्यों की त्यों पहले की तरह बनी रहती है, स्फूर्ति और ताजगी पहले की अपेक्षा बढ़ जाती है । आंवले के जूस के साथ सेंधा नमक का इस्तेमाल वजन कम करने के लिए तथा इसी आंवले के जूस के साथ यदि मीठे का प्रयोग किया जाए तो यह शरीर में वजन को बढ़ाता भी है ।
* वजन बढ़ाने में आंवला के फायदे –
जो लोग दुबले-पतले हैं तथा उनका वजन नहीं बढ़ता, उन्हें चाहिए कि वह आंवले का इस्तेमाल मीठे के साथ प्रारंभ कर दे, क्योंकि नीचे के साथ आंवले का इस्तेमाल करने से, शरीर का वजन बढ़ता है, इसके लिए सबसे अच्छा प्रयोग है, आंवला का मुरब्बा, वजन बढ़ाने में आंवला के फायदे उठाने के लिए आंवला का मुरब्बा प्रतिदिन सुबह और शाम भैंस के दूध के साथ इस्तेमाल करें, कुछ ही दिनों में आप देखेंगे कि आपका वजन बढ़ने लगा है, और यह शरीर के अन्य लोगों को भी दूर करता है,
* दांत दर्द के लिए आंवला के फायदे –
जिन लोगों के मसूड़े में दर्द रहता है, एक बात जान लीजिए कि दांत में कभी दर्द नहीं होता, दर्द होता है मसूड़ों में मसूड़ों का दर्द ही हमें दातों में महसूस होता है, मसूड़ों को मजबूत और निरोगी बनाने के लिए आंवला के फायदे जरूर उठाएं, आंवला के पेड़ की छाल उतारकर किसे छाया में सुखा लीजिए, इस चाल को बारीक पीसकर पाउडर बना लीजिए, इसमें तेल मिलाकर सुबह के समय उंगलियों से या ब्रश की सहायता से रात को सोते समय और सुबह को नहाते समय, दांतों पर धीरे धीरे प्यार के साथ मसाज करें, यह प्रयोग आपके दातों को निरोगी बनाता है एवं आपके मसूड़ों को मजबूती देता है।
* बुखार में आंवला के फायदे –
किसी भी तरह के बुखार में आमला के फायदे लेने के लिए हमें चाहिए कि, आंवला की पत्तियों को पानी में उबालकर इसमें स्वादानुसार सेंधा नमक मिलाकर पांच-पांच घंटे के अंतराल से लगातार पांच दिन तक पिलाएं, 5 दिन में यह बुखार को पूरी तरह ठीक भी कर देगा, और बुखार से होने वाली शरीर में कमजोरी को भी पूरी तरह दूर करेगा, मरीज को दूध के साथ आंवले के मुरब्बे का इस्तेमाल भी जरूर कराएं । बुखार की समस्या में आंवला के फायदे जरूर उठाएं, चौकी बुखार के बाद होने वाली समस्याओं को जिस तरह से आंवला दूर करता है वह बहुत ही प्रभावी है।
* हृदयाघात में आंवला के फायदे –
फिरोजा के रोगियों के लिए आंवला एक बहुत ही कारगर एवं मित्र औषधि है, क्योंकि निमित्त रूप से आंवला इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति को कभी भी दिल से संबंधित कोई बीमारी नहीं होती, क्योंकि आंवले का गुण है कि वह शरीर में हानिकारक कोलेस्ट्रोल को बनने ही नहीं देता यह रक्त को शुद्ध भी करता है, जिसके कारण रक्त में थक्का नहीं बनते और दिल की नसें ब्लॉक नहीं होती, जिन लोगों को दिल संबंधित बीमारियां हैं उन लोगों को चाहिए कि वह नियमित रूप से सुबह के समय एक कप आंवले का रस गुनगुना करके पिए, कुछ ही दिनों में आप महसूस करेंगे आपके दिल में होने वाली समस्या कम होती जा रही है, तथा कुछ महीनों के इस्तेमाल से ही आपके दिल की समस्याएं पूरी तरह समाप्त हो जाएंगी।
* कुष्ठ रोग में आंवला के फायदे –
कुछ के रोगियों के लिए आंवला एक आदर्श औषधि है, कुष्ठ रोगियों को चाहिए कि वह आंवला के पत्ते और नील के पत्ते बराबर मात्रा में लें, तथा इन्हें छाया में सुखा लें, इन्हें बारीक पीसकर पाउडर बना ले, हर रोज नियमित रूप से सुबह के समय एक चम्मच शहद में एक चम्मच पाउडर मिलाकर जीभ से चाट-चाटकर खाएं, कुछ ही दिनों में कुष्ठ रोगी को अविश्वसनीय एवं चमत्कारिक लाभ मिलेगा, कुष्ठ रोग में आंवला के फायदे लेने के लिए, इस प्रयोग को कम से कम एक साल का समय लगता है ।
* खुजली में आंवला के फायदे –
जिन व्यक्तियों को खुजली अधिक रहती है उन लोगों को चाहिए कि वह आंवला की गुठलियों का पाउडर बना लें, तथा इस पाउडर में नारियल का तेल मिलाकर रात के समय सोने से पहले खुजली वाले हिस्सों पर लगा ले पूरी रात लगा रहने दें, सुबह उठकर बिना साबुन के नहाए, इस प्रयोग द्वारा कुछ ही दिनों में आपके शरीर पर होने वाली खुजली पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी ।
शीघ्रपतन एवं स्वपनदोष में आंवला के फायदे –
कुछ व्यक्तियों को स्वपनदोष अधिक होता है तो कुछ लोगों को शीघ्रपतन की समस्या बहुत अधिक होती है, इन समस्याओं के रोगियों को चाहिए कि वह आंवले के एक चम्मच चूर्ण के साथ एक चम्मच मिश्री या एक चम्मच शहद मिलाकर रात को सोने से पहले गाय के ठंडे दूध के साथ सेवन करें, कुछ ही दिनों में दोनों प्रकार के समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा ।
* पीलिया (पांडू ) रोग में आंवला के फायदे –
पीलिया या पांडुरोग में आंवला का अपना अलग महत्व है, पीलिया के रोगी को यदि पत्थर की शिला पर खींच कर बनाई गई आंवला की चटनी में बराबर मात्रा में शहद मिलाकर दिन में दो बार लगातार पंद्रह दिन तक चटाया जाए, तो यह रोगी के लीवर को मजबूती देता है, और पीलिया रोग को भी दूर करता है ।
* बवासीर में आंवला के फायदे –
दही के साथ आंवला का पाउडर मिलाकर खिलाने से बवासीर या अर्श रोग में बहुत आराम मिलता है, क्योंकि बवासीर पेट के कब्ज से संबंधित रोग है, इसलिए बवासीर के रोगी को चाहिए कि वह, आंवला, हेड़ा और बहेड़ा तीनों को बराबर मात्रा में मिलाकर कूटकर चूर्ण बनाकर मिश्रित कर कर रख ले, इसको त्रिफला चूर्ण भी कहते हैं, रात के समय दूध के साथ और सुबह के समय दही के साथ एक चम्मच, इसका इस्तेमाल करने से बवासीर रोग ठीक होता है और कब्ज की समस्या भी पूरी तरह ठीक हो जाती है,