घुटने दर्द का इलाज, छोड़ो दुसरो पर निर्भर रहना, दर्द की मालिश के लिए, अब खुद बनो अपने जोड़ो के दर्द के डॉक्टर?

घुटने दर्द का इलाज

घुटने दर्द का इलाज(KNEE PAIN)

मानव शरीर में पैर जितने महत्त्वपूर्ण हैं, उतने ही उनके बीच में बने घुटने। घुटनों से ही पैरों को मुड़ने की क्षमता मिलती है। इन्हीं घुटनों में कई कारणों से दर्द होने लग जाता है जिसके  कारण व्यक्ति को चलने, उठने, बैठने में असहनीय पीड़ा होती है यह बीमारी ज्यादातर 45 साल कि उम्र के बाद होती है जो पुरुषों और महिलाओं दोनों ही में देखने को मिलती है। कुछ समय पहले तक जहां बढ़ती उम्र में घुटने के दर्द की समस्या उत्पन्न होती थी, वहीं वर्तमान में, युवा वर्ग के लोग भी इस तरह के दर्द की शिकायत करते हैं।

वैसे तो घुटने में दर्द की समस्या आम मानी जाती है। लेकिन वास्तव में यह काफी तकलीफदेह हो सकती है। इस स्थिति में लोग अक्सर दर्द से छुटकारा पाने के लिए दवाइयों का सहारा लेते हैं। लेकिन आप बिना दवाइयों के भी कुछ नेचुरल उपाय अपनाकर इस घुटने के दद से राहत पा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इन घरेलू उपायों के बारे मे। 

घुटने दर्द का इलाज के साथ इसके कारण?

*कैल्शियम की कमी के कारण:-*
घुटने या जोड़ों का कोई भी दर्द मुख्यतः कैल्शियम की कमी की वजह से होता है जब हमारे शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है तो हमारे शरीर के विभिन्न भागो में, जोड़ो एवं मांसपेशियों में दर्द रहने लगता है, एवं हमारे पेट में गैस भी बनने लगती है। 

*चोट के कारण:-*
पुरानी चोट के कारण भी हमारे जोड़ों मांस पेशियों एवं घुटनों में दर्द रहने लगता है, उम्र के शुरुआती दौर में तो यह महसूस नहीं होता लेकिन 45 वर्ष के बाद यह अचानक लगातार रहने लगता है। 

*वजन बढ़ने के कारण:-* 
शरीर का वजन आवश्यकता से अधिक होने के कारण भी शरीर के विभिन्न जोड़ों में दर्द रहने लगता है।  

*बढ़ती उम्र:-* 
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है शरीर के जोड़ों के बीच का लिगामेंट्स कमजोर होने लगते हैं एवं लुब्रिकेंट्स कम रह जाता है या खत्म हो जाता है जिसके कारण भी शरीर के विभिन्न जोड़ों में खासतौर से घुटनों में दर्द रहने लगता है।  

*विटामिन-D की कमी:-* 
शरीर में विटामिन डी की कमी होने का कारण जोड़ों का दर्द होता है जो धीरे-धीरे बाय या गठिया बाय का रूप ले लेता है।

 आयुर्वेदिक और रामबाण इलाज, हिंदी में,आओ उपचार करें?

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चूना का प्रयोग:-* 
पूना कुदरत का दिया हुआ सबसे अच्छा घटक है जो प्रचुर मात्रा में विद्यमान है, शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए इसका उपयोग सबसे बेहतर और सुरक्षित माना जाता है। यदि  गेहूं के एक दाने के बराबर हम गीले शुद्ध चूने का इस्तेमाल दूध के साथ हर रोज करते हैं तो हमारे घुटनों का दर्द 15 ही दिन में खत्म हो जाएगा। 
*नोट:-* याद रहे जिन लोगों को किडनी में पथरी है उन लोगों के लिए चुने का उपयोग वर्जित है इस प्रयोग से पहले किडनी की पथरी का इलाज करा लेना बेहद जरूरी है।  

*मेथी का प्रयोग:-* 
एक चम्मच मेथी दाना रात को गर्म पानी में भिगो देना चाहिए, सुबह उठकर उस मेथी दाने को चबा-चबाकर खाना चाहिए तथा जिस पानी में मेथी भी हुई थी उसी पानी को हल्का गुनगुना करके पी लेना चाहिए यह प्रक्रिया लगातार तीन महीने तक करनी जरूरी है। 

*अश्वगंधा:-* 
एक चम्मच अश्वगंधा पाउडर सुबह के समय दही के साथ ले, एवं रात में दूध के साथ इस्तेमाल करें 15 दिन बाद ही आपको किसी चमत्कार की अनुभूति होगी। 

*विटामिन-D:-* 
विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थों का प्रचुर मात्रा में सेवन करें- दूध, दही,  चीज, संतरा, मौसमी में विटामिन-D प्रचुर मात्रा में होता है इनका अधिक से अधिक सेवन करें।

*शहद और चूना:-* 
शहद और चूने का पेस्ट बनाकर घुटने पर लेप करें, यह लेख रोजाना रात में करें सुबह तक रहने दे।दर्द में तुरंत आराम के लिए यह विधि सबसे अच्छी है। 

*अरंडी के बीज:-* 
अरंडी के बीजों की गिरी का पेस्ट बनाकर घुटनों पर लेप करें तथा घुटनों की सिकाई करें 15 दिन में आपको घुटनों के दर्द से आराम मिलेगा। 

*जानुवास्थि पंचकर्म:-* 
ऊपर दिए गए उपचारों में से यदि किसी से भी आपको फायदा नहीं हो रहा है तो उसके लिए आपको पंचकर्म थेरेपी लेनी चाहिए पंचकर्म थेरेपी के अंतर्गत जानू बस्ती एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा घुटनों और जोड़ों के दर्द को बिल्कुल ठीक कर दिया जाता है।  जो लोग घुटना ट्रांसप्लांट के बारे में सोच रहे हैं वह एक बार पंचकर्म की जान अवस्थी जरूर कराएं, विश्वास के साथ आपको सलाह दी जाती है कि जानू बस्ती आपके घुटने के दर्द को 100% सही कर देती है। ट्रांसप्लांट के बाद भी जरूरी नहीं है कि आपका घटना बिल्कुल ठीक हो ही जाएगा लेकिन जानूवस्ती कराने के बाद अब खुद एहसास करेंगे कि आयुर्वेद में कितनी ताकत है यह एक पूर्णत: सुरक्षित प्रक्रिया होती है जिसे कराने के बाद आप पहले जैसा महसूस करेंगे। 

 *क्या ना करें:-*
* उड़द की दाल, खट्टी छाछ, इमली का प्रयोग बिल्कुल ना करें। 

* अत्यधिक थकान वाले काम न करें ज्यादा पैदल चलने से भी बचें। * घुटनों को जबरदस्ती ना मुड़वाये। 

*विशेष बात :-* 
* रोटी चावल दाल का इस्तेमाल कम कर दें, 

* फलों एवं सब्जियों का जूस पिए फल एवं सब्जियां खाएं। 

* सेंधा नमक या काला नमक का इस्तेमाल करें। 

* सफेद नमक को रसोई से आज ही निकाल ले। 

* चीनी के स्थान पर गुड़िया खंड का इस्तेमाल करें।