Heart attack का इलाज, वो भी घरेलु, आयुर्वेदिक और रामबाण इलाज, पाएं कुछ ही दिनों में आराम

Heart attack का इलाज

Heart attack का इलाज जानने के साथ जाने, यह है क्या?

Heart attack का इलाज जानने से पहले, इसकी जानकारी लेना भी जरुरी है! तो चलिए दोस्तों जानते है, यह है क्या? हार्ट अटैक को लेकर ताज़ा सर्वे की रिपोर्ट की माने तो, भारत में हर 33 सेकंड में एक मौत हार्ट अटैक से होती है, सर्वे में भारत के बारे में जो आंकड़े पेश किए गए वह चौंकाने वाले है।  एक सर्वे के अनुसार भारत में हर रोज हर 33 सेकंड में एक (01) होती है, यानी हर रोज दो हजार छः सौ अठारह  (2618) मौतें होती है, 

यानी के अठत्तहर हजार पाँच सौ पैंतालीस  (78545)मौतें हर महीने होती है, यानी नौ लाख पचपन हजार छः सौ छत्तीस (955636) लोगों की मौत हर साल हार्ट अटैक आने के कारण होती है,  जो एक बहुत ही गंभीर स्थिति है, आजकल तो हालात यह है कि 20 वर्ष की उम्र तक के बच्चों को भी हार्ट अटैक आ रहे हैं। सर्वे के अनुसार “भारत में हर साल करीब 20 लाख लोग दिल के दौरे से पीड़ित हैं, जिनमें ज़्यादातर युवा हैं”।

कहा गया है  कि “शहर में रहने वाले पुरुषों को, गांव में रहने वाले पुरुषों से दिल के दौरे की संभावना तीन गुणा अधिक होती है। वहीं, महिलाओं में मीनोपॉज के बाद इसका खतरा बढ़ता है”।WHO की रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया में हार्ट अटैक के केस भारत में सर्वाधिक पाए जाते हैं
 कहने का मतलब है कि भारत हार्टअटैक का हब हो चुका है।  सोचने वाली बात यह है कि यदि समय से हम अपने दिल का ध्यान रखें और इसके लिए उचित प्रयास करें तो हम हार्टअटैक के खतरे को बहुत हद तक कम कर सकते हैं लेकिन ऐसा होता नहीं हम लोग अपनी भागदौड़ भरी जिंदगी में यह भूल जाते हैं कि हमारे शरीर का सबसे मुख्य अंग हमारा दिल है।                

हम अपनी गाड़ी का विशेष ध्यान रखते हैं और समय-समय पर अपनी गाड़ी की सर्विस भी कराते रहते हैं लेकिन हम लोग यह भूल जाते हैं कि हमारा हार्ट हमेशा निरंतर बिना थके बिना रुके काम करता रहता है हम अपने हाथ की सर्विस की तरफ ध्यान बिल्कुल भी नहीं देते हैं और हर वह काम करते हैं जो हमारे हर्ट को नुकसान पहुंचाता है, तला हुआ स्पाइसी खाना, स्ट्रेस लेना, फास्ट फूड खाना आदि बहुत से ऐसे काम करते हैं जो हमारे दिल को नुकसान देतें है। जिसके गंभीर परिणाम हमें भुगतने होते हैं। 

“हार्ट अटैक को (ह्रदयघात) भी खा जाता है

Heart attack का इलाज जानने के साथ जाने! ह्रदयघात के लक्षण?

हृदयाघात के लक्षणों की पहचान करना अधिक मुश्किल नहीं है अगर आपको नीचे दिये गए लक्षणों में से कभी भी कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें क्योंकि ये सभी लक्षण दिल की बीमारी का इशारा हो सकते हैं।

1. सीने में एकदम असहज महसूस करना:-
अगर आपको सीने में दबाव महसूस हो या फिर पीट से सीने की ओर तेज दर्द महसूस हो तो ये हार्ट की नस के ब्लॉकेज का संकेत हो सकता है। 

2. दिल में जलन और पेट में दर्द:-
बार- बार मितली आना, सीने में जलन, पेट में दर्द और पाचन की अनियमित्ता  दिल की बीमारी का भी संकेत हो सकती हैं।

3. हाथ में अचानक दर्द का होना
:-
कई बार दिल के मरीज़ों को सीने में बाएं और या fir बाएं कंधे में दर्द की शिकायत रहने लगती है।

4. खुशी या गम में असहजता:-
कोई भी खुशी की या गमकी बात होने पर सीने में अजीब सी हलचल एवं दर्द का हो जाना भी दिल के रोग का लक्षण है

5. पसीने की अधिकता:-
अगर आपको सामान्य से अधिक पसीना आता है तो ये दिल के खतरे की तरफ संकेत हो सकता है।

6. बार-बार चक्कर आना:-
देखा गया है की चक्कर ज्यादातर शारीरिक कमज़ोरी में ही आते हैं लेकिन कई बार चक्कर आना, सिर धूमना, बेहोश होना, बहुत थकान होना जैसे लक्षण भी दिल की बीमारी का लक्षण हो सकते है। 

7. सांस में खिंचाव होना:-
अगर आपको सांस लेने में परेशानी  हो रही है तो ये दिल की बीमारी की गंभीर चेतावनी हो सकती है। 8. सोते वक्त खराटे लेना – कुछ लोगों को खर्राटे लेने की बचपन से ही आदत होती है लेकिन यदि किसी को अचानक खर्राटे आने लगे तो यह भी दिल की बीमारी का सूचक है। 

हार्ट अटैक के कारण

1. हाईवे ब्लड प्रेशर:-
देखने में आया है कि दिल की मांसपेशियों के ज्यादा काम करने के कारण ये मांसपेशियां फैल जाती हैं और बीमारी का रूप ले लेती हैं। इस बीमारी के हो जाने से अकसर मरीज़ को हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत  बनी रहती है।

2. हार्ट में दर्द होते रहना:-
देखा गया है कई बार दिल में कुछ समय के लिए दर्द होना शुरू हो जाता है। ये दर्द दिल की धमनी के अंदर के नीचे फैट जमने के कारण होता है जिससे कि ह्रदय के अंदर ना तो ब्लड पहुँच पाता है  और ना ही  ऑक्सीजन पहुँचती है । जिसकी वजह से दिल में अचानक से कुछ मिनटों  के लिए अचानक से दर्द होने लगता है।

3. धमनियों डैमेज होना:-
ह्रदय रोग में मरीज के दिल  की धमनिया बहुत कमज़ोर हो जाती हैं और हल्का सब भी दबाव पड़ने पर ये फट जाती हैं। ज्यादातर इस बीमारी से जूझ रहे रोगी  की जान चली जाती है!

4. दिल का बढ़ जाना:- जब दिल में अवांछनीय द्रवों की मात्रा बढ़ जाती है तब दिल पर बहुत दबाव पड़ने के कारण इसका आकार बढ़ जाता है। इसके अलावा कई बार दिल का आकार बढ़ने का कारण हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज भी होता है। 

5. ह्रत्कम्प (पेलीपिएशन ऑफ हॉर्ट):-
जब किसी व्यक्ति को यह रोग हो जाता है तो उसकी दिल की धड़कन कि स्पीड बढ़ जाती है। यह रोग पुरुषों की अपेक्षा स्त्रियों में अधिक पाया जाता है। इस रोग के होने का सबसे प्रमुख कारण हृदय की मांसपेशियों और परतों में कमजोरी आ जाना है। इस रोग के कारण रोगी के हाथ-पैर ठंडे पड़ जाते हैं।

रक्त नलिकाओं का कड़ा पड़ जाना-
यह रोग एक धमनी की बाहरी परतों का रोग है जो पहले बीच में फिर अंदर कि सतह को क्षतिग्रस्त करता है। इस रोग से धमनी की दीवारें सख्त हो जाती है। जब यह रोग किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। इस रोग के हो जाने पर कोरोनरी धमनियों को नुकसान पहुंचता है तथा यह रोग शरीर के किसी भी भाग को नष्ट कर सकता है।

स्लो हार्ट बीट:-
सामान्यत: नब्ज़ की गति 60 से 100 स्पंद तक होती है लेकिन  जब यह गति इससे कम रह जाती है तो नब्ज़  गति मंद पड़ जाती है। यदि नब्ज़ स्पंद 50 से कम रह जाती है तो यह खतरनाक हो सकता है जिससे व्यक्ति के शरीर में भिन्न प्रकार के रोग पैदा हो सकते हैं

ह्रदयघात के आयुर्वेदिक एवं घरेलु उपचार:- 

किसी भी रोग का इलाज कराने से अच्छा है कि हम अपने शरीर में रोग होने ही ना दें। अगर आप किसी भी तरह की दिल की बीमारी का शिकार नहीं बनना चाहते हैं तो आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे अपनाए। जिन्हें अपनाने के पश्चात ह्रदय  से संबंधित बीमारियां आपके नजदीक कभी नहीं आएंगी।

1. रोज़ाना खाने में रिफाइंड ऑयल ओर घी की जगह सरसों के तेल का इस्तेमाल करें। इससे आप फैटी एसिड से दूर रहेंगे जिसमें  दिल की बीमारीयों  के जोखिम को 75% तक कम करने कि क्षमता होती है। 

2. हर रोज़ सुबह नहार मुँह कच्चा लहसुन खाने से सम्पूर्ण शरीर में ब्लड  का सर्कुलेशन सही से होता है। इसके साथ ही इससे दिल मज़बूत बनता है और इससे कोलेस्ट्रॉल कि मात्रा कंट्रोल में रहती है।

3. रोज़ाना सुबह खाली पेट  एक चम्मच शहद गुनगुने पानी के साथ लेने  से दिल की बीमारियां दूर रहती हैं।

4. आंवले का मुरब्बा यदि लगातार हर रोज खाया जाए तो यह दिल की बीमारीयों को दूर रखने में काफी हद तक मदद करता है।

5. हर रोज सुबह खाली पेट निरंतर एक सेब का सेवन दिल की बीमारियों को हमसे दूर रखने में बहुत मददगार साबित होता है।

6. रोज सुबह यदि 2 लौंग ( मसाले वाली)दाड़ के नीचे रखकर धीरे-धीरे उसका रस चूसे तो यह हार्ट की नसों को कभी भी ब्लॉक नहीं होने देती। 

7. दो लोगों का निरंतर सेवन ब्लॉक नसों को ही खोल देता हैनोट :- महिलाओं के लिए रोज लौंग  का सेवन प्रतिबंधित है क्योंकि यह महिलाओं के मासिक धर्म को प्रभावित कर सकता है।