चिकनगुनिया का घरेलु इलाज, कारण, लक्षण, व रोकथाम(Causes, symptoms, and treatment of chickenpox at home in Hindi)

चिकनगुनिया का घरेलु इलाज
What is chicken pox

चिकनगुनिया का घरेलु इलाज, आयुर्वेदिक, और रामबाण इलाज के साथ, यह भी जानना जरुरी है, की यह होता क्यों है, चिकनगुनिया और डेंगू एक ही मच्छर के काटने से होते हैं,  ऐडीस इजिप्ती(aides aegypti) और एडीस एल्बोपिक्टस मच्छर वों मच्छर होते हैं, जो वायरस काटने के दौरान अपनी लार से व्यक्ति के अंदर छोड़ते हैं,  लेकर आते हैं। डेंगू की अपेक्षा चिकनगुनिया अधिक खतरनाक बुखार नहीं होता, लेकिन चिकनगुनिया डेंगू से ज्यादा परेशानी देता है,

क्योंकि (chicken pox) के इन्फेक्शन में इंसान की  मांसपेशियों में बहुत ज्यादा दर्द होता है, और हड्डियां एवं जोड़ों में जो दर्द होता है, वह इतना तीव्र होता है, कि इंसान की सहनशक्ति को भी तोड़ देता है।  चिकनगुनिया का बुखार मात्र 2 से 5 दिन तक ही रहता है, लेकिन इतने कम समय में भी यह है रोगी के शरीर को इस तरह डैमेज करता है, कि इसकी रिकवरी में 2 से 3 महीने तक का समय भी लग जाता है। 

चिकनगुनिया का घरेलु इलाज के साथ जाने!(chicken pox) के लक्षणों के बारे में-

1- चिकनगुनिया में 102 से 104 फारेनहाइट तो बुखार रहना।

2- हड्डियों और जोड़ों में असहनीय दर्द रहना।

3- मांसपेशियों में जकड़न और दर्द रहना। 

4- शरीर पर पहले गुलाबी, तथा बाद में लाल रंग के चकत्ते होने लगना। 

5- बुखार सो 2 से 5 दिन के अंदर ही ठीक हो जाता है, लेकिन हड्डियों में दर्द महीनों तक रहता है। 

6- बहुत ज्यादा पसीना आना आंखों और सर में दर्द रहना। 

7- सर्दी के साथ शरीर में बेचैनी रहना। 

8- बदन दर्द और थकान। 

9- खड़े होने पर पैर कांपने लगना। 

10- मुंह में बहुत ज्यादा खुश किया जाना। 

Important:- इसे चेचक भी कहते है

चिकनगुनिया के कारण

डेंगू और मलेरिया की तरह ही चेचक भी मच्छरों से फैलने वाला रोग है, जो एडीज नाम के मच्छर के काटने से फैलता है, यदि चिकनगुनिया का समय से उपचार ना किया जाए तो यह शरीर में इतना भयंकर दर्द करता है, उसे ठीक होने में महीनों लेकिन कभी-कभी साल भी लग जाते हैं, आइए जानते हैं चिकनगुनिया के होने के कारण।

1- एडीज नाम का मच्छर जब किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है, तो वह उसे संक्रमित कर देता है। 

2- मच्छरों की बहुत संख्या चेचक के फैलने का मुख्य कारण है। 

3- मच्छरों के प्रति हमारी लापरवाही, हमें चिकनगुनिया(चेचक) जैसे हड्डी तोड़ बुखार से पीड़ित कर देती है। 

4- एक साधारण मच्छर भी किसी संक्रमित व्यक्ति का खून पीकर दूसरे स्वस्थ व्यक्ति को काटकर संक्रमित कर सकता है। 

5- मच्छरों से बचाव के उपाय न करना इस रोग को बढ़ावा देता है। 
 

चिकनगुनिया संक्रमण से बचने के उपाय

1- इस बात का हमेशा ध्यान रखें, कि मच्छरों को अपने आसपास पनपने ना दें। 

2- अपने आसपास की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। 

3- आसपास पानी इकट्ठा ना होने दें, यदि पानी इकट्ठा होता है, तो उसमें मच्छर पनप जाते हैं। 

4- कपड़े कैसे पहने जो आपके पूरे शरीर को ढके। 

5- मच्छरदानी का प्रयोग करें। 

6- मच्छर भगाने की क्रीम का इस्तेमाल करें। 

7- घर में सुबह शाम शुद्ध कपूर जरूर जलाएं। 

8- नीम के तेल का दिया भी घर में जलाएं इससे भी घर में मच्छर नहीं आते हैं। 

9- आस-पास यदि कहीं पानी इकट्ठा है, तो उसमें पेट्रोल या केरोसिन डाल दें। 

10- समझदार बनिए आप के परिवार और पड़ोस की भी जिम्मेदारी आपकी ही है, क्योंकि यदि हैंड सेक्शन पड़ोसी को आता है, तो इसकी आपको भी लगने की संभावनाएं हो जाती है। 

चिकनगुनिया के आयुर्वेदिक उपचार/ (Ayurvedic treatment of Chikungunya fever) वैसे तो चिकनगुनिया के लिए कोई विशेष उपचार करने की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि यह बुखार 3 से 5 दिन में थोड़ा सा ट्रीटमेंट करने से ही ठीक हो जाता है, लेकिन बुखार के बाद जो शरीर में प्रॉब्लम होती हैं, उसके लिए ट्रीटमेंट करना भी जरूरी होता है।  आइए जानते हैं, चेचक के लिए आयुर्वेद के बेहतर उपचार। 

1- खूबकला :- 
दिन में तीन बार आधा चम्मच खूब कला दूध के साथ लेने से चिकनगुनिया दो ही दिन में बिल्कुल ठीक हो जाता है, क्योंकि इसको हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है, इसलिए इस नुस्खे से चेचक के कारण शरीर में हुआ दर्द भी  बहुत जल्दी ठीक हो जाता है। 

2- गिलोय :- 
गिलोय की डंडी और पत्ते को उठकर पानी में उबालकर पीने से, chicken pox का नाश होता है। 

3- मेथी पाउडर:- 
मेथी पाउडर, हल्दी पाउडर और सूट का पाउडर एक जगह मिलाकर दिन में दो बार एक एक चम्मच दूध के साथ लेने से chicken pox बुखार तो ठीक होता ही है, इसके कारण हुआ शरीर का दर्द भी छूमंतर हो जाता है। 

4- गोमूत्र :- 
गोमूत्र हमारे शरीर से लगभग 50 बीमारियों को जड़ से खत्म कर देता है, यदि एक एक कप गोमूत्र सुबह और शाम 2 दिन पिया जाए, तो चेचक जड़ से खत्म हो जाता है, तथा शरीर में दर्द भी नहीं रहता। 

5- जीरा:-
एक चम्मच जीरा हल्का भून कर उसमें एक चम्मच हल्दी पाउडर मिला लें, एक चम्मच गेहूं का चोकर भी मिला ले, सबको एक गिलास पानी में अच्छे से उबालकर, सुबह-शाम पीने से 2 दिन में चेचक बिल्कुल खत्म हो जाता है, और जोड़ों का दर्द भी नहीं रहता। 

6- नीम:-
चिकन पॉक्स में नीम की भी एक अपनी मत्वपूर्ण भूमिका होती है, अगर आप नीम के पत्तो को उबाल कर उस पानी से नहाते है, तो नीम का पानी भी चेचक में काफी लाभदायक होता है,

chicken pox एक हड्डी तोड़ बुखार है, यह बुखार तो जल्दी ही ठीक हो जाता है, लेकिन इस बुखार के कारण हमारे शरीर की हड्डियों के जोड़ों में और मांसपेशियों में बहुत ज्यादा दर्द रहता है, जो 2 महीने से लेकर कभी-कभी 1 साल से डेढ़ साल तक भी रह जाता है, बुखार के ठीक होने के 1 सप्ताह बाद एक गेहूं के दाने के बराबर चूना रोजाना दूध या दही में मिलाकर खाएं, यह औषधि 8 से 10 दिन इस्तेमाल करने पर ही शरीर, जोड़ो, और मांस पेशियों के दर्द को बिल्कुल ठीक कर देती है।

Read Also This

डेंगू का घेरलू आयुर्वेदिक इलाज, कारण, लक्षण, और बचाव(Dengue herbal Ayurvedic treatment, causes, symptoms, and prevention)