Sugar का घरेलु इलाज, कोई इंजेक्शन नहीं, सिर्फ घरेलु इलाज, वो भी बिना किसी डॉक्टर की सहायता के/-

 

Sugar का घरेलु इलाज/ जानने के साथ ही पहले यह जानना होगा, की मधुमेह होता क्या है

Sugar का घरेलु इलाज जानने के साथ ही, पहले यह जानना होगा, की मधुमेह होता क्या है, मधुमेह जैसा कि नाम से ही स्पष्ट होता है, कि यह एक मीठे से संबंधित बीमारी है, जब हमारे शरीर में इंसुलिन की मात्रा कम हो जाती है, तो ग्लूकोज का बॉडी में संचार रुक जाता है, जिसके कारण खून में मीठे की मात्रा बढ़ जाती है, जैसे-जैसे इंसुलिन की मात्रा कम होती है, वैसे वैसे ब्लड शुगर लेवल बढ़ता चला जाता है, जिसके कारण शरीर में बहुत सारी बीमारियां पैदा होने लगती है, पैरों में जलन,  बार बार पेशाब जाना, हर समय थकावट महसूस होना, किसी काम को करने में मन न लगना, रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाना,
 
पहले शुगर की बीमारी 40 साल से ऊपर के लोगों को हुआ करती थी, लेकिन आजकल यह बीमारी छोटे-छोटे बच्चों में भी{“type”:”block”,”srcClientIds”:[“a028582c-1c36-4296-bafb-e5179e55a202″],”srcRootClientId”:””} देखने को मिल जाती है, शुगर की बीमारी आनुवांशिक होने के कारण भी एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में चली जाती है।
पूरी दुनिया में लगभग 400 मिलियन लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं।
 

शुगर/ Diabetes होने के लक्षण एवं इसकी पहचान (Symptoms of Diabetes)

शुगर में शरीर का ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाने के साथ ही कुछ लक्षण महसूस होने लगते हैं, जिनके आधार पर हम डायबिटीज की पहचान कर सकते हैं,
जो इस प्रकार हैं:-
 
1- सामान्य की अपेक्षा भूख और प्यास का बढ़ जाना।
 
2- पेशाब का अधिक और बार बार आना, जहां आपने पेशाब किया है वहां पर आपके पेशाब के     ऊपर चीटों  का आना।
 
3- शरीर गिरा गिरा रहना एवं हमेशा थकावट महसूस होते रहना।
 
4- पहले की अपेक्षा वजन का अधिक बढ़ना या सामान्य से कम होना।
 
5- चमड़ी में खुजली होना या एलर्जी हो जाना।
 
6- बार-बार मुँह सूखना या होठों का ज्यादा फटना ।
 
7 अवसरवादी बीमारियां शरीर में पनपने लगना, एवं शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का क्षीण     होना।
 
8- सांस फूलना, थोड़ा सा काम करते ही थक जाना,
 
9- आंखों के आगे अंधेरा छा जाना एवं निरंतर आंखों में जलन रहना।
 
10- शरीर में घाव होने पर गांव आसानी से ठीक ना होना डायबिटीज का प्रमुख लक्षण है।

मधुमेह /Diabetes होने के कारण कौन-कौन से हैं, आइए जानते हैं। 

1- शरीर में इंसुलिन की कमी हो जाने के कारण हमारे खून में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है।
 
2- अनुवांशिकता भी डायबिटीज के प्रमुख कारणों में से एक कारण है।
 
3- देखा गया है कि जो इंसान ज्यादा स्ट्रेस लेता है उसको डायबिटीज की बीमारी हो जाती है।
 
4- शारीरिक रूप से निष्क्रिय रहना भी डायबिटीज को बढ़ावा देता है।
 
5- जंक फूड से अधिक खाना एवं पानी बहुत कम मात्रा में पीना, पानी के स्थान पर कोल्ड ड्रिंक,     बियर, यशोदा आदि का अधिक इस्तेमाल भी डायबिटीज को बढ़ावा देता है।
 
6- मोटापा भी डायबिटीज होने का प्रमुख कारण है क्योंकि मोटापा बढ़ने पर शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक हो जाती है जिसके कारण शरीर में शुगर की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
 
7- भागदौड़ भरी जिंदगी में अपने आप को समय न दे पाना भी मधुमेह को बढ़ावा देता है।
 
8- फसलों में रासायनिक खादों का ज्यादा प्रयोग भी पूरी दुनिया में मधुमेह को बढ़ा रहा है।
 
9- गांव की अपेक्षा शहरों में मधुमेह की बीमारी बहुत ज्यादा पाई जाती है, जिसका मुख्य कारण   जीवन शैली है।
 
10- हमारी रसोई का सफेद नमक और सफेद चीनी भी मधुमेह रोग का एक स्रोत है।

मधुमेह/ Diabetes का आयुर्वेदिक उपचार

1- अलसी के बीज :-
      अलसी के बीज में आवश्यक रूप से फाइबर की मात्रा पाई जाती है फाइबर हमारे शरीर में मोटापा और शुगर दोनों दोनों को कंट्रोल करने में सहायक होता है इसलिए शुगर के पेशेंट को अलसी के बीज का प्रयोग बहुत ही लाभदायक होता है,
 एक चम्मच अलसी के बीज का पाउडर मधुमेह के रोगी को रोजाना सुबह के समय गुनगुने पानी के साथ लेना चाहिए।
 
 
2- करेला, खीरा, और लौकी ताजा का जूस निकालकर रोजाना सुबह के समय पीने से शुगर के पेशेंट के लिए बहुत ही लाभकारी नुस्खा है।
 
 
3- मेथी दाना :-
     एक चम्मच मेथी रोजाना शाम को पानी में भिगो दें, सुबह उठकर इस मेथी को पानी से निकालकर चबाकर खाएं तथा पानी को भी पी जाएं, मात्र 15 दिन में आपके शुगर को कंट्रोल कर देगी।
 
4- दालचीनी  & राला :-
 100 ग्राम दालचीनी का पाउडर।
 100 ग्राम राला।
 दोनों को मिलाकर एक कांच के डब्बे में रख लीजिए।
 एक चम्मच सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ तथा एक चम्मच रात को गुनगुने दूध के साथ सोने से पहले लें।

विशेष:- राला एक मीठा पदार्थ होता है जो गन्ने के रस से बनाया जाता है, मीठा होने के बावजूद इसके अंदर शुगर 0% जीरो परसेंट होती है। 

“राला” के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमारा अगला ब्लॉग  *राला के चमत्कारी गुण*
 हमारा आर्टिकल जरूर पढ़ें जिसमें हमने “राला” के चमत्कारी गुणों  के बारे में विस्तार से बताया   है।
 
 
5- इंद्रजौ :-
   50 ग्राम इंद्रजौ,
   50 ग्राम बादाम,
   50 ग्राम भुना हुआ चना,
  तीनों बराबर बराबर मात्रा में लें, इनको कूटकर पाउडर बनाकर एक जगह मिलाकर रख लें।
  सेवन विधि:- 5 ग्राम लगभग आधा चम्मच सुबह खाली पेट तथा रात को सोते समय गुनगुने पानी      के साथ रोजाना ले मात्र 15 दिन में आपका शुगर लेवल कंट्रोल कर देगा।
 

 यह शुगर की बीमारी के लिए रामबाण औषधि है।

6- गेहूं का ज्वार :-
     शुगर के पेशेंट को गेहूं के ज्वार आधा कप जूस रोजाना खाली पेट सुबह के समय घुट घुट कर         पीना चाहिए, यह मात्र 1 महीने में आपके शुगर को कंट्रोल कर देगा।
 
नोट :- गेहूं के ज्वार का यह जूस कैंसर के पेशेंट के लिए भी बहुत ही लाभकारी औषधि है।
 
 
7- आंवला एवं कच्ची हल्दी :-
   आंवला और कच्ची हल्दी की चटनी सुबह-शाम खाने से शुगर को कंट्रोल करती है।
 
 
8- नीम के कोंपल :-
    नीम की कोंपल पुराने गुड़ के साथ खाने से शुगर पर कंट्रोल करती है।
 
 विशेष :- नीम की कोंपल पुराने गुड़ में मिलाकर खाने से शरीर में प्राकृतिक इंसुलिन बनने लगती है, जो शरीर में मधुमेह रोग का नाश करती है।
 
 
9- जामुन की गुठली :-
 जामुन की गुठली का एक चम्मच पाउडर रोज सुबह छाछ के साथ सेवन करने से शुगर को कंट्रोल करती है।
 
 
10- प्राणायाम एवं योगासन :-
   नियमित रूप से प्राणायाम एवं योगासन करने से बिना किसी दवाई के ही आपकी शुगर कंट्रोल हो जाती है।